अपराधों के मामले में रायपुर के बाद रायगढ़ में हुई सबसे ज्यादा हत्याएं…
रायगढ़। अपराधों के मामले में रायगढ़ ने पिछले डेढ़ सालों में फिर से छलांग लगाई है। राज्य में जिलेवार हत्याओं के मामले में रायगढ़ दूसरे स्थान पर है। रायपुर के बाद सबसे ज्यादा कत्ल रायगढ़ जिले में हुए हैं। गुमशुदगी के मामलों में भी रायगढ़ जिला पांचवें स्थान पर है। किसी भी सूबे की पुलिसिंग की समीक्षा वहां हो रहे अपराधों को देखकर की जाती है। इस लिहाज से रायगढ़ जिले की स्थिति बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती। किसी जिले में हत्याएं अधिक होने लगे तो समझिए कहीं कोई तो गड़बड़ है। विधानसभा में एक प्रश्न के जवाब में गृहमंत्री ने जिलेवार हत्याओं और गुमशुदगी के मामलों की जानकारी प्रस्तुत की।
इसमें 1 अप्रैल 2021 से 29 नवंबर 2022 तक जिलों में हुए इन दोनों तरह के अपराधों की संख्या दी गई। प्रदेश में सबसे ज्यादा हत्याओं के प्रकरण रायपुर जिले में दर्ज किए गए। तकरीबन पूरा क्षेत्र शहरी होने के बावजूद रायपुर जिले में डेढ़ साल में हत्या के 119 मामले दर्ज किए गए। इसके बाद हत्या के मामले में 110 की संख्या के साथ रायगढ़ जिला है। यह बेहद चौंकाने वाली स्थिति है। रायगढ़ से बड़े जिले भी पीछे रह गए। पुलिसिंग में कसावट नहीं होने के कारण भी ऐसे हालात बन गए हैं। यह ऐसी उपलब्धि है जिसे रायगढ़ पुलिस याद नहीं रखना चाहेगी। इन डेढ़ सालों में हत्या के मामलों में दूसरे स्थान पर होना रायगढ़ पुलिस पर सवालिया निशान उठाती है। इन मामलों में 105 में आरोपी को पकडऩे में सफलता मिली है। दो प्रकरणों में जांच की जा रही है और तीन मामले खात्मा में डाल दिए गए।
प्रदेश में गुमशुदगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सबसे ज्यादा गुमशुदगी के बिलासपुर में 2660 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इसके बाद दुर्ग 2397, बलौदाबाजार 1415 और राजनांदगांव 1311 हैं। रायगढ़ जिले में इस अवधि में 1253 मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें से 841 मामलों में कामयाबी मिली है और 274 प्रकरण लंबित हैं। इन डेढ़ सालों में प्रदेश में 1681 हत्या और 25073 गुमशुदगी के मामले दर्ज किए गए हैं।