
रायगढ़।इस कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर प्रीति बाला बैस एवं 28 छत्तीसगढ़ बटालियन एनसीसी रायगढ़ के कमाडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष रावत के कुशल नेतृृत्व एवं मार्गदर्शन में किया गया यह कार्यशाला मनोविज्ञान विभाग एवं एनसीसी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई ।

इस कार्यशाला में मनोविज्ञान विभाग के स्नातक एवं स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं के साथ एनसीसी के केडेट्स भी उपस्थित हुए मुख्य वक्ता डीएमएचपी के श्री पी अतीत राव द्वारा कार्यशाला के प्रथम दिवस पर व्यक्तित्व विकास के विभिन्न सिध्दांतों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की , जिसमें उन्होंनेे सिग्मंड फ्रायड के मनोविश्लेषणात्मक सिद्धांत, व्यवहारवादी सिद्धांत के साथ-साथ मानवतावादी सिद्धांत
के बारे विस्तार पूर्वक चर्चा की साथ ही उन्होंने गार्डेन ऑलपोर्ट एवं आर बी कैटल द्वारा व्यक्तित्व के बताए गए विभिन्न शील गुणों पर प्रकाश डाला . उन्होंनेे विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तित्व के विभिन्न प्रकारों के बारे में जानकारी प्रदान की,उन्होंने बिग फाइव फैक्टर थ्योरी एवं आईजेनंक की पर्सनैलिटी थ्योरी के बारे में विद्यार्थियों से विस्तार पूर्वक चर्चा की, साथ ही उन्होंने सेल्फ कॉन्फिडेंस , सेल्फ एस्टीम ओर सेल्स कॉन्सेप्ट्स के बारे में भी जानकारी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रदान की।

कार्यक्रमों के दूसरे दिन उन्होंनेे समूह गतिशीलता ,टीम बिल्डिंग टाइम मैनेजमेंट, इंटरपर्सनल रिलेशनशिप्स,आदि की जानकारी विस्तार पूर्व प्रदान की साथ ही डिफरेंट टास्क और ऐक्टिविटीज भी विद्यार्थियों से करवाई गई, पूरा कॉन्सेप्ट्स लर्निंग बाय डुइंग पर आधारित था
कार्यक्रम के अंतिम दिन लेफ्टिनेंट डॉक्टर शारदा घोघरे एवं सुश्री शारदा पांडे द्वारा सीएचएमओ डॉ मधुलिका सिंह ठाकुर, श्री पी अतीत राव एवं श्रीमति निशा पटेल को पुष्प गुच्छ प्रदान करके कार्यक्रम की शुरुआत की गई , उसके पश्चात लेफ्टिनेंट डॉ शारदा घोघरे द्धारा डॉक्टर मधुलिका सिंह ठाकुर मैडम का जीवन परिचय दिया गया।
उसके पश्चात डॉक्टर मधुलिका सिंह ठाकुर द्वारा छात्रोंं को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ, उन्होंनेे विद्यार्थिंयों से महत्वपूर्ण जानकारी शेयर की उन्होंनेे कहा कि फर्स्ट इंप्रेशन इस दा लास्ट इंप्रेशन, इसलिए जरूरी है कि आप अपने व्यक्तित्व का विकास करें, साथ ही उन्होंनेे डीएमएचपी द्वारा मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में रायगढ़़ जिले में किये जाने वाले कार्यों का भी उल्लेख किया उन्होंनेे कहा कि हमारा प्रयास रहेगा की हमारे मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता , धरमजयगढ़ क्षेत्र में जाकर शोध एवं अनुसंधान का कार्य करें, जहां लगातार आत्महत्या के प्रकरण बढ़ाते जा रहे हैं इसके पीछे निहित कारणो को जानकर यहां के लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम बनाने के लिए हर संभव प्रयास करें,उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा की आप मनोविज्ञान विषय पढ़ रह हैं और आप को भी आगे चलकर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का उत्तम बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए।

उसके पश्चात् श्री पी अतीत राव ने विद्यार्थियों को कम्यूनिकेशन स्किल, इंटर पर्सनल रिलेशनशिप्स ,लीडरशिप क्वालिटीज़ एंड ट्रेटस,स्ट्रेस मैनजमेंट टाइम मैनजमेंट एवं एंगर ओर कनफ्लिक्ट मैनजमेंट के बारे में भी विस्तार पूर्वक चर्चा की साथ ही उन्होंने डिफरेंट ऐक्टिविटीज भी छात्र-छात्राओं से करवाई. कार्यक्रमों के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ प्रीति बाला बैस ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक है कार्यक्रम मे प्राणी शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉक्टर आर के तांबोली द्वारा भी विद्यार्थिंयों को व्यक्तित्व निर्माण एवम चरित्र निर्माण की जानकारी प्रदान की गई।
अंत में डा मधुलिका सिंह ठाकुर एवम श्री पी अतीत राव सर को स्मृति चिन्ह डॉ शारदा घोघरे एवं सुश्री शारदा पांडेय द्वारा भेंट किया गया कार्यक्रमों के अंत में लेफ़्टिनेंट डॉक्टर शारदा घोघरे द्धारा अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया कार्यक्रमों में 60 से अधिक विद्यार्थियों उपस्थित थे।
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