बेरोजगारी भत्ते के लिए जिले के युवाओं का जद्दोजहद… बेरोजगारी भट्टे के लिए 1918 आवेदन मे 1371 पात्र जिसमे सिर्फ 885 को ही भट्टे के लिए मंजूरी

बेरोजगारी भत्ते के लिए अब तक 1918 आवेदन आ चुके हैं, लेकिन उसमें 1371 पात्र पाए गए हैं। अब तक 885 को ही भत्ते के लिए मंजूरी दे दी गई है। भत्ता पाने के लिए एक शर्त यह रखी गई है कि रोजगार पंजीयन जिनका दो साल पुराना होगा, वे भी भत्ता पाने पात्र होंगे।
बड़ी परेशानी यह आ रही थी कि जिनका रोजगार पंजीयन मार्च 2023 में एक्सपायर हुआ था। उन्हें मई 2023 तक उसे नवीनीकरण कराने में शिथिलता दे दी गई है। नवीनीकरण नहीं कराने की वजह से कई युवा अपात्र हो गए थे। इसके बाद रोजगार व प्रशिक्षण विभाग के डायरेक्टर ने इसके लिए पत्र जारी कर दिया है।
अब इसमें युवा रोजगार कार्यालय में जाकर इसका नवीनीकरण करा सकते हैं। बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा के बाद नवीनीकरण की प्रक्रिया रोक दी गई थी। इसकी वजह से कई युवाओं अपात्र हो रहे थे, अब शिथिलता मिली है। हालांकि इसके बावजूद भी नियमों में कई पेंच फंसने की वजह से सारे पात्र पंजीयन कराने वाले युवाओं को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है। इस वजह से युवाओं में निराशा देखी जा रही है।
च्वाइस सेंटर में भी आवेदन करने भीड़
पालीटेक्निक कालेज के कर्मचारी बताते हैं कि दिनभर में आडिटोरियम में 4 6 लोगों का ही आवेदन आ रहा है, जिसका सत्यापन करना होता है। इससे अधिक दिनभर में युवा नहीं आते हैं। दरअसल च्वाइस सेंटर में आवेदन प्रक्रिया करने के बाद वह निगम के पोर्टल में चला जाता है। वार्डों के अनुसार सत्यापन के लिए अलग अलग सेंटर बने हुए हैं। वहां पर युवा सत्यापन कराने के लिए पहुंचते हैं। शहर में 6 सेंटर बनाए गए हैं, जिसमें एक एक दस्तावेजों की जांच होती है।
अभी चलती रहेगी प्रक्रिया
नोडल अधिकारी रमेश मोर ने बताया कि अभी यह प्रक्रिया चलती रहेगी। शासन से एक पत्र आया हैं। इसमें रोजगार पंजीयन का नवीनीकरण प्रक्रिया मई तक की जा सकेगी। बाकी प्रक्रिया आनलाइन आवेदन के बाद सत्यापन का काम भी चलता रहेगा। जनपद और नगरीय निकायों की जिम्मेदारी दी गई है।
परिवार की आय ज्यादा फिर भी कर रहे आवेदन
बेरोजगारी भत्ते के लिए पूरे परिवार की आय सालाना 2.50 लाख से कम होनी चाहिए। परिवार से तात्पर्य पति पत्नी, 18 वर्ष से कम आयु के आश्रित बच्चे और आश्रित माता पिता से है। इसमें तकनीकी दिक्कत यह आ रही है कि युवा अपने खुद का आय प्रमाण पत्र बना रहे हैं। जब सत्यापन कराने के लिए पहुंच रहे हैं, तो उन्हें आय प्रमाण पत्र ढ़ाई लाख रुपए का अपने पिता या घर के अभिभावक का देने कहा जा रहा है। कई हितग्राही इसकी वजह से अपात्र हो रहे हैं। लाभार्थियों को हर माह 2500 रुपए भत्ता देना है। चक्रधर नगर निवासी विकास कुमार ने बताया कि उनका खुद का आय प्रमाण पत्र लाने के बाद उनका नाम कट गया।