विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को लगा बड़ा झटका साय के इस्तीफे के बाद मची पार्टी में उथल-पुथल…
रायपुर।छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। दरअसल प्रदेश के दिग्गज नेता नंद कुमार साय ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। उन्होंने सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्ता ली है। बता दें कि एक दिन पहले उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था और इस दौरान उन्होंने भाजपा पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया था।
आईये जाने नंद कुमार साय का अब तक का राजनीति सफर कैसा था…
- छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय
- 1977 में पहली बार विधायक बने
- छत्तीसगढ़ के पहले नेता प्रतिपक्ष रहे
- 2 बार राज्यसभा सदस्य रहे
- 3 बार लोकसभा सदस्य रहे
- 3 बार विधायक रहे हैं
- छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष रहे चुके हैं
- अविभाजित मध्यप्रदेश के बीजेपी के अध्यक्ष
- राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रहे
- छत्तीसगढ़ में बीजेपी संगठन को खड़ा करने में अहम भूमिका
नंदकुमार साय के भाजपा छोड़ने का असर सरगुजा की राजनीति पर पड़ेगा। साय सरगुजा से वर्ष 2004 में सांसद रहे। इससे पहले साय 1989 और 1996 में रायगढ़ लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं। वर्तमान में सरगुजा संभाग की 14 विधानसभा सीट में से एक पर भी भाजपा के विधायक नहीं है
नंदकुमार साय के भाजपा से इस्तीफा देने के बाद पार्टी में खलबली मची हुई है, जिसके चलते वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश कार्यालय कुशाभाउऊ ठाकरे परिसर में बैठक भी की। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के साथ अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे