आज छत्तीसगढ़ की 5 प्रमुख बड़ी खबरें…

जमीन धोखाधड़ी : महेश और भारती कोडवानी पर एफआईआर दर्ज, 75 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप…

रायपुर। राजधानी में भूमि धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें महेश कोडवानी और भारती कोडवानी नामक पति-पत्नी पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला सिविल लाइन्स थाना में दर्ज कराया गया है। एफआईआर के अनुसार, आरोपियों ने प्रार्थी दीपक रहेजा के साथ 1.90 करोड़ रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन का सौदा किया था, लेकिन तकनीकी त्रुटियों के कारण रजिस्ट्री नहीं हो सकी। इसके बावजूद, आरोपियों ने सौदे के एवज में प्रार्थी से लिए गए 75 लाख रुपये की राशि लौटाने से इंकार कर दिया। यह सौदा मंदिर हसौद के खसरा नंबर 788/2, 788/3, 789/1, 789/2, और 790/3 पर हुआ था, जिनकी कुल रकबा 2.4270 हेक्टेयर (करीब 06 एकड़) थी। आरोपियों ने प्रार्थी को मौके पर ले जाकर जमीन दिखाई और सौदा किया, जिसमें खसरा नंबर 788/3 का 2.36 एकड़ क्षेत्र को दिखाया। बाद में प्रार्थी को यह जानकारी मिली कि खसरा नंबर 788/3 की कोई वास्तविक जमीन नहीं है, जिसके बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि आरोपियों ने खसरा नंबर 788/3 में किसी भी प्रकार की सही भूमि का लेन-देन नहीं किया था। पुलिस ने अब इस धोखाधड़ी के मामले में जांच शुरू कर दी है, और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
17 साल में 4 बार हुआ दस्तावेज सत्यापन : अब प्रधान पाठक की सेवा हुई समाप्त, हेडमास्टर बोले- मैंने बच्चों का भविष्य संवारा, अब मेरा भविष्य दांव पर…

डोंगरगढ़।राजनांदगांव जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. मुख्यमंत्री शिक्षक सम्मान जैसे कई पुरस्कार से सम्मानित प्रधान पाठक की शिक्षा विभाग ने सेवा समाप्त कर दी. 17 साल की सेवा समाप्त करने के आदेश के बाद प्रधान पाठक का दर्द छलका है. उन्होंने कहा कि मैंने बच्चों का भविष्य संवारा, अब मेरा भविष्य दांव पर है।

दरअसल, डोंगरगढ़ विकासखंड के इंदिरा नगर शासकीय प्राथमिक शाला में कार्यरत प्रधान पाठक राजेंद्र सिंह ठाकुर की 17 साल की सेवा को विभाग ने अचानक समाप्त कर दिया. विभाग ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई प्रधान पाठक राजेंद्र के शैक्षणिक अंकसूची को फर्जी करार देते हुए की है. जिसके बाद राजेंद्र सिंह ठाकुर ने उनके खिलाफ दुर्भावनापूर्ण साजिश रचते हुए झूठी शिकायत की जानें का आरोप लगाया. विभाग ने उनकी उपलब्धियों को अनदेखा किया. उन्हें मुख्यमंत्री शिक्षक सम्मान, जिला कलेक्टर पुरस्कार समेत कई अन्य प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं और 17 वर्षों में तीन से चार बार उनके दस्तावेजों का सत्यापन हो चुका है।
राजेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा गया है और बिना उचित जांच के मेरी 17 वर्षों की सेवा समाप्त कर दी गई. उनकी शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों की सत्यापन प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी थी. बावजूद इसके बेनाम शिकायतकर्ता के आधार पर जांच किए बिना ही उन्हें बर्खास्त कर दिया गया. वे निष्ठा और ईमानदारी के साथ शिक्षा विभाग की योजनाओं को आगे बढ़ाते रहे लेकिन आज वे विभागीय राजनीति और साजिश का शिकार हो गए हैं. इस पूरे मामले ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. यदि उनकी अंकसूची फर्जी थी तो 17 वर्षों तक वे सेवा में कैसे रहे? नियुक्ति से पहले दस्तावेजों की जांच क्यों नहीं की गई? और यदि वे दोषी थे तो मुख्यमंत्री सम्मान जैसे अन्य सत्रह विभागीय सम्मान से उन्हें सम्मानित क्यों किया?

राजेंद्र सिंह ने इस कार्रवाई के खिलाफ उच्चाधिकारियों से न्याय की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और शिकायतकर्ता को सामने लाया जाए.
वहीं इस पुरे मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास बघेल ने बताया कि, अज्ञात व्यक्ति से शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर जांच की गई और जांच में अंकसूची में भिन्नता पाई गई. इस आधार पर कार्रवाई की गई है।
गंदे पानी से प्रदूषण बढ़ा, 45 लोग हुए डायरिया के शिकार…

महासमुंद। जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर ग्राम गढ़सिवनी में दूषित पानी पीने से 45 लोग डायरिया के शिकार हो गए। इनमें से 10 गंभीर मरीजों का मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्राम गढ़सिवनी में कैंप लगाकर लोगों के उपचार में जुटी हुई है। आज ताजा स्थिति के मुताबिक फि लहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन 2-4 मरीज रोजाना निकल रहे हैं। जिन्हें आवश्यक दवाएं देकर उपचार किया जा रहा है। पीएचई विभाग की टीम ने ग्राम के 3-4 स्थानों के जल स्त्रोतों का सेंपल ले लिया है। जिसकी रिपोर्ट 1-2 दिनों में आ जाएगी। पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रदेश संयोजक चिकित्सा प्रकोष्ठ डॉ.विमल चोपड़ा ने कल जिला चिकित्सालय पहुंचकर मरीजों से भेंट कर उनका स्वास्थ्य हाल जाना और उपचार की जानकारी ली।
ज्ञात हो कि ग्राम गढ़सिवनी में आंत्रशोथ, गैस्ट्रोएंट्राइटिस उल्टी-दस्त की बीमारी फैली हुई है। जिसके कारण गांव के लगभग 60 लोग बीमार हो चुके हैं। जिनमें 30 लोगों को तुमगांव उप स्वास्थ्य केंद्र और महासमुंद के जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है। बाकी लोगों का गांव में ही उपचार चल रहा है। डॉ. चोपड़ा ने सीएमओ से फोन पर बात कर इस संबंध में जानकारी ली और निर्देश दिये कि इन मामलों को संज्ञान में लें व ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक सेवाएं दें और ड्यूटी डॉक्टरों से कहा कि सभी मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक रूप से अपनी सेवाएं प्रदान करें। इस दौरान भाजपा नेता देवीचंद राठी, राकेश सचदेव उपस्थित रहे।
ADJ के घर से हुई लाखों की चोरी अज्ञात चोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज…

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के घर में चोरी की घटना घटित हुई है। जिसमें अज्ञात चोरों ने घर में रखे हजारों रूपए के सामान को मौका पाकर पार कर दिया। घटना चक्रधर नगर थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के मुताबिक चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायगढ़ के न्यायालय में राजेश सराफ रीडर के पद पर पदस्थ है। जिन्होंने चक्रधर नगर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश 21 दिसबंर से 2 जनवरी तक अवकाश पर दिल्ली गए थे तभी उस दौरान अज्ञात चोर ने उनके घर का ताला तोड़कर मौके का फायदा उठाते हुए वहां चोरी कर फरार हो गया।
28 दिसबंर को जब न्यायाधीश के बंगले में न्यायालय का भृत्य विरेन्द्र कंवर देखरेख के लिए गया था तब उसने ताला टूटा देखा और मामले की जानकारी राजेश सराफ को दी। रीडर राजेश ने फोन के माध्यम से न्यायाधीश को घटना के बारे में बताया। 3 जनवरी को न्यायाधीश रायगढ़ वापस आए और घर में सामान की जांच करने पर जानकारी हुआ कि महंगे घड़ी, पेन, बर्तन समेत 35 हजार रूपए के सामान की चोरी हो चुकी है। घटना के बाद मामले की सूचना पर चक्रधर नगर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना में लापरवाही बरतने पर पंचायत सचिव निलंबित….

बिलासपुर । मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत भिलाई में पदस्थ एवं मड़ई का अतिरिक्त प्रभार देख रहे पंचायत सचिव विशेषर श्रीवास द्वारा मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के तहत राशन कार्ड जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है। जनदर्शन में मिली शिकायत पर कलेक्टर अवनीश शरण ने मामले की जांच के निर्देश दिए थे। मामले की जांच उपरांत शिकायत सही पाए जाने पर जिला पंचायत सीईओ ने निलंबन आदेश जारी किया है।
सीईओ जिला पंचायत द्वारा जारी आदेश के अनुसार मस्तूरी तहसील अन्तर्गत ग्राम पंचायत भिलाई में पदस्थ पंचायत सचिव विशेषर श्रीवास जिन्हें ग्राम पंचायत मड़ई का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। श्री श्रीवास द्वारा गंभीर लापरवाही बरतते हुए ग्राम पंचायत मड़ई में राशनकार्ड हितग्राही श्रीमती फिरतीन बाई पति स्व. दरबार एवं अन्य 4 जीवित हितग्राहियों को मृत बताकर प्रतिवेदन खाद्य नियंत्रक शाखा बिलासपुर को भेजा गया। इस आधार पर हितग्राहियों का राशनकार्ड निरस्त कर दिया गया था। कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत प्राप्त होने पर कलेक्टर अवनीश शरण ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। जांच में आरोप सही पाया गया। शासन की महत्वपूर्ण योजना मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के पालन में पंचायत सचिव द्वारा अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में उदासीनता एवं लापरवाही बरतना पाया गया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मस्तूरी के प्रस्ताव पर कर्तव्यों के पालन में लापरवाही बरतने पर पंचायत सचिव विशेषर श्रीवास को पंचायत सेवा नियम 1999 के नियम 4 (1) के तहत 24 दिसंबर 2024 को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में श्री श्रीवास का मुख्यालय जनपद पंचायत मस्तूरी निर्धारित किया गया है। उक्त अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। नवागांव के पंचायत सचिव को ग्राम पंचायत भिलाई का अतिरिक्त प्रभार एवं ग्राम पंचायत कुकदा के पंचायत सचिव को ग्राम पंचायत मड़ई का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।