नारायणपुर।कुनकुरी रेंज के नारायणपुर सर्किल क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मटासी में हाथियों के हमले से ग्रामीण का मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, हाथियों के तीनों तरफ से किए गए हमले में ग्रामीण बुजुर्ग दंपती घर में ही दुबके रहे,ग्रामीणों ने फटाके फोड़ हाथियों को भगा बुजुर्ग दंपत्ति को जान बचाई।
ज्ञात हो कि बादल खोल अभ्यारण से निकल हाथियों का दल बुधवार की रात्रि 10 बजे ग्राम पंचायत मटासी पहुंचा यहां गरीब बुजुर्ग गुप्तेश्वर नायक पिता ईश्वर नायक के मकान पर हाथियों ने तीनों तरफ से हमला कर दिया,उक्त घटना में गुप्तेश्वर नायक का मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया,जिस समय हाथियों ने हमला किया उस वक्त गुप्तेश्वर अपनी पत्नी के साथ घर के अंदर मौजूद था,हाथियों के हमले से डरे सहमे गुप्तेश्वर घर में शांत हो दुबका रहा आधी रात को हाथियों के झुंड ने ग्रामीण के घर तीन ओर से घेर लिया। कमरे में रखे हुए धान को खाने के चक्कर में हाथियों ने मिट्टी के मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया,दीवार ओर छप्पर गिरने की आवाज सुनकर गहरी नींद में सोये परिवार की नींद खुली तो सामने गजराज के झुंड को देख कर उनके होश उड़ गए,और एक कोने में दुबके रहे। तीन हाथियों का यह दल मकान इतनी ज्यादा क्षतिग्रस्त किया कि रहने लायक नही रह गया।
हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज सुन ग्राम के अन्य लोग जाग गए और फटाके फोड़ हाथियों को भगाने का प्रयास करने लगे। फटाखे को आवाज सुन कुछ देर में हाथियों का झुंड वहां से जंगल की तरफ चला गया। सिर से छत छीन जाने से आधी रात को इस परिवार के सामने में सिर छिपाने की समस्या खड़ी हो गई। ऐसे में पड़ोसियों ने संकट में घिरे परिवार की सहायता की।
विदित हो की यहां हाथियों का दल गत महीने भर से क्षेत्र में विचरण कर रहा है,पिछले 5 दिन के अंदर हाथियों के हमले की यह दूसरी घटना है,जिसमें मकान टूटा है,बावजूद यहां वन अमला की लापरवाही चरम सीमा पर है,यहां पदस्थ कर्मचारी न तो समय पर गस्ती करते हैं और न ही सक्रियता दिखा हाथियों से बचाव का रास्ता ग्रामीणों को सुझाते हैं।इतना ही नहीं लापरवाही इस कदर व्याप्त है कि यहां घटित घटना के बाद ग्रामीणों के द्वारा किए गए फोन पर यहां पदस्थ नाकेदार ने कहीं और गस्ती करने का हवाला देकर मौके पर आने से बहाना बना दिया,नाकेदार ने रात भर गस्ती हेतु जागरण किए जाने का हवाला दिया।