आखिरकार माइनिंग विभाग की खुली कुम्भकर्णी नींद! क्रशरों में दी गई दबिश, कार्यवाही के नाम पर पांच क्रशर सील व दो को नोटिस जारी कर किया खानापूर्ति

बरमकेला। लंबे समय बीतने के बाद अचानक दोपहर को रायगढ़ माइनिंग विभाग की एक टीम कटंगपाली साल्हेओना क्षेत्र के क्रशर उद्योगों पर औचक निरीक्षण के लिए पहुंची थी।
इस दौरान क्रशरों में हड़कंप की स्थिति रही और टीम को आते देख संस्थान के दस्तावेज ठीक कर पानी छिड़काव करने लगे। इसके बाद भी खनिज अधिकारी ने एक साथ पांच क्रशरों को सील करने? की कार्रवाई की। वहीं दो अन्य बड़े क्रशर उद्योगों पर नोटिस जारी कर जवाब मांगे गए हैं।
दोपहर दो बजे सबसे पहले खनिज अधिकारी योगेन्द्र सिंह ने रायगढ़ मिनरल्स साल्हेओना की एक हाईवा वाहन जिसमें डोलोमाइट पत्थर लोड था उसे रोककर पूछताछ की और वजन कराने रायगढ़ मिनरल्स की धर्मकांटा पहुंचे। क्रशर एरिया में अत्यधिक मात्रा में डोलोमाइट डंप देख अधिकारी भी हैरत में पड़ गए। ऐसे में रायगढ़ मिनरल्स साल्हेओना की खनिज क्षेत्र की खदान की जांच की गई तो कई अनियमितता मिली। इस वजह से रायगढ़ मिनरल्स को सील कर दिया गया। माइनिंग टीम ने उसके बाद शुभ मिनरल्स बिलाईगढ ( कटंगपाली) पर धावा दिया गया। संस्था के आफिस में जाकर दस्तावेज मांगे गए लेकिन संतोष जनक जवाब नहीं मिले और खनिज नियमों की क्रशर परिसर पर अनदेखी पाए जाने पर इसे भी सील? की
कार्रवाई की गई।
जबकि साल्हेओना के सालासर इन्टरप्राइजेज क्रशर उद्योग व ओम मिनरल्स साल्हेओना की जांच के दौरान न पानी छिड़काव किया था और न ही पेड़ पौधे नजर आए। ऐसे में इन दोनों के साथ बगल में स्थित मां चंद्रहासिनी क्रशर बिलाईगढ की भी जांच में खामियां मिलीं। इन तीनों क्रशर संस्थानों को सील कर दिया गया है।
नोटिस की गई खानापूर्ति :
देर शाम को सदगुरु साईं मिनरल्स कटंगपाली और जंबो क्रशर आर्यन मिनरल्स लिमिटेड जोतपुर बोंदा के डोलोमाइट खदानों पर माइनिंग टीम ने जांच की।इस मामले में दोनों क्रशरों को सात दिवस में जवाब देने की नोटिस देकर कार्रवाई की खानापूर्ति की गई।जबकि आर्यन मिनरल्स जोतपुर के खिलाफ धूल धक्कड़ उड़ने की सबसे ज्यादा शिकायत ग्रामीणों ने किया था। इन क्रशरों में भी नियमों का पालन नहीं हो रहा है।
माइनिंग आने की भनक से बंद रखे उत्पादन : दोपहर से लेकर रात आठ बजे तक माइनिंग विभाग की अधिकारियों का जत्था इस क्रशर से उस क्रशरों तक सरकारी वाहन घुमती रही। ऐसे में क्रशरों में पत्थर क्रशिंग का कार्य बंद रखा गया था और खनिज पत्थर की परिवहन नहीं की जा रही थी।खदान व मुख्य सड़क सूना रहा। वही जय माता दी ग्रामोद्योग साल्हेओना के द्वारा पहली बार पानी छिड़काव कर दिखावा किए जाने की चर्चा होती रही। इसी तरह अन्य दूसरे क्रशर संस्थानों में भी किया गया था। दूसरे दिन शनिवार को भी माइनिंग टीम आने की हल्ला मचा हुआ था। लेकिन टीम नहीं पहुंची थी।
क्या कहते हैं एमओ: कलेक्टर सारंगढ़ – बिलाईगढ़ के
निर्देश पर कटंगपाली व बोंदा पंचायत क्षेत्र में संचालित रायगढ़ मिनरल्स, शुभ मिनरल्स, सालासर मिनरल्स,चंद्रहासिनी मिनरल्स, ओम मिनरल्स की स्वीकृति भंडारण में गड़बड़ी पाए जाने पर सील कर दिया गया है। जबकि रायगढ़ मिनरल्स साल्हेओना, सदगुरु साई मिनरल्स कटंगपाली और आर्यन मिनरल्स जोतपुर बोंदा के डोलोमाइट खदानों में अनियमितता पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। माइनिंग विभाग आगे भी कार्रवाई करती रहेगी।
योगेन्द्र सिंह, खनिज अधिकारी रायगढ़।