कोंडागांव।जिले के नवपदस्थ कलेक्टर कुणाल दुदावत ने शनिवार को रविंद्रनाथ टैगोर शासकीय जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान आपातकालीन कक्ष, बाह्य रोगी विभाग,मातृ शिशु चिकित्सा विभाग,कोविड आइसोलेशन कक्ष, औषधि वितरण कक्ष, मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए नमूना संग्रहण केन्द्र,ड्रेसिंग कक्ष,नेत्र रोग विभाग,भंडार कक्ष,ब्लड बैंक, ऑपरेशन थियेटर, सिटी स्कैन, एक्स रे कक्ष, नेत्र रोग, दांत रोग विभाग, हमर लैब सहित विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया।
कलेक्टर श्री दुदावत ने अस्पताल में प्रतिदिन आने वाले रोगियों की संख्या के संबंध में जानकारी ली और बेहतर चिकित्सीय व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए एवं यहां आने वाले मरीजों को आधार आधारित स्वास्थ्य परिचय (आभा) से लिंक कराने के सख्त निर्देश दिए। इसके साथ ही आंतरिक रोगी विभाग, भंडार तथा प्रयोगशाला रिपोर्ट की जानकारी को ऑनलाइन करने के निर्देश भी दिए।
अस्पताल में निरीक्षण के दौरान पाई गई अव्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए अस्पताल के सिविल सर्जन आरसी ठाकुर तथा स्वीकृत मरम्मत कार्यों में विलम्ब पर छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कारपोरेशन के सहायक अभियंता और मेन्यू अनुसार भोजन आपूर्ति में लापरवाही बरतने पर आपूर्तिकर्ता फर्म को नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने इस दौरान मरीजों से बातचीत की और उनसे यहां उपलब्ध सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली,उन्होंने चिकित्सकों को निर्धारित समय पर अस्पताल में उपलब्ध रहने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही मरीजों को आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में उपलब्ध सभी सुविधाओं का लाभ मरीजों को मिले, इसे सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही सभी अनुपयोगी वस्तुओं के निस्तारण के संबंध में भी निर्देशित किया। उन्होंने अस्पताल में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के लिए भी निर्देशित किया।
कलेक्टर ने ब्लड बैंक में उपलब्ध रक्त की जानकारी ली और रक्त संग्रहण के लिए रक्तदान शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए,पोषण पुनर्वास केंद्र में उपलब्धता अनुसार सभी बिस्तरों का उपयोग शिशुओं के उपचार हेतु किया जाए, जिससे सभी कुपोषित बच्चों को स्वस्थ करने का लक्ष्य शीघ्र प्राप्त किया जा सके।
उन्होंने अस्पताल की मरम्मत के लिए स्वीकृत सभी कार्यों को अविलंब प्रारंभ करते हुए इस माह के भीतर पूर्ण करने के निर्देश भी दिए।उन्होंने धनवंतरी मेडिकल स्टोर और जन औषधि केंद्र का भी निरीक्षण किया और यहां उपलब्ध दवाइयों की जानकारी ली। उन्होंने संचालकों को इन दवाई केंद्रों के माध्यम से दवाइयों पर उपलब्ध छूट का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए।