Desh : लोकसभा चुनाव देश के किस राज्य में कितने चरण में होंगे…. ?
नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। इस बार भी सात चरणों में लोकसभा के चुनाव कराए जा रहे हैं। जारी किए गए कार्यक्रम के मुताबिक 22 ऐसे राज्य हैं जहां एक दिन ही मतदान होगा। जबकि बाकी राज्यों में दो से लेकर सात चरणों में मतदान होगा।
चुनाव आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के मुताबिक 22 राज्यों में एक ही दिन मतदान होगा। जिनमें अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार द्वीप, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, दादरा नगर हवेली, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, केरल, लक्षद्वीप, लद्दाख, मिजोरम, मेघालय, नागालैंड, पुडुचेरी, सिक्किम, तमिलनाडु, पंजाब, तेलंगाना, और उत्तराखंड शामिल है।
चार राज्यों में दो अलग-अलग तारीखों पर मतदान होगा जिनमें कर्नाटक,राजस्थान, त्रिपुरा और मणिपुर शामिल है,छत्तीसगढ़ और असम दो ऐसे राज्य हैं, जहां तीन अलग-अलग तारीखों में मतदान होगा।
चार अलग-अलग तारीखों में उड़ीसा, मध्य प्रदेश और झारखंड में मतदान होगा। पांच अलग-अलग तारीखों में महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर में मतदान होगा। साथ अलग-अलग तारीखों में तीन राज्यों में मतदान होगा। जिनमें उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।
7 चरणों में होगा लोकसभा चुनाव, 19 अप्रैल को आगाज, इस दिन आएंगे परिणाम..
आपको यह भी बताते चले की देश में लोकसभा का अगला चुनाव सात चरणों मे होने जा रहा है,चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। लोकसभा के पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 7 मई, चौथे चरण के लिए 13 मई, पांचवे चरण के लिए 20 मई, छठे चरण के लिए 25 मई और सातवें चरण के लिए 1 जून को मतदान होगा। नतीजों की घोषणा 4 जून को होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दोनों चुनाव आयुक्तों – ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ शनिवार को नई दिल्ली में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। चुनाव आयोग द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार इस बार देश में लोकसभा के चुनाव सात चरणों में होंगे। आपको बता दें कि 2019 का पिछला लोकसभा चुनाव भी देश में सात चरणों में ही हुआ था।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि वर्तमान 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। उन्होंने चुनाव के पर्व को देश का पर्व बताते हुए कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में चुनाव कराना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है। लेकिन, आयोग ने पिछले दो वर्षों ने इसे लेकर बड़ी तैयारी की है।
उन्होंने कहा कि आयोग ने देश के सभी जिलों के डीएम और एसएसपी या एसपी से बात की है, तमाम स्तरों पर व्यापक तैयारी की है। उन्होंने आगे कहा कि इस बार 97 करोड़ के लगभग (96.8 करोड़) पंजीकृत मतदाता हैं, देश में 10.5 लाख मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव कराने के लिए 1.5 करोड़ मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी हैं, 55 लाख ईवीएम और 4 लाख वाहन की व्यवस्था है।