छत्तीसगढ़

15 की संख्या में बालको परिक्षेत्र में हाथीयों को विचरण करते देखा गया

कोरबा। कटघोरा के बाद अब कोरबा वनमंडल में भी हाथियों की आमद हो गई है। 15 की संख्या में बालको परिक्षेत्र में अचानक पहुंचे हाथियों के झुंड ने बीती रात आते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिया। इस दौरान हाथियों ने रेंज के पोड़ीखोहा में किसानों की फसल रौंदी। हाथियों के क्षेत्र में पहुंचने व फसल रौंदे जाने की सूचना पर वन विभाग का अमला आज सुबह मौके पर पहुंचा और हाथियों की निगरानी करने के साथ ही रात में किये गए नुकसानी का आंकलन शुरू कर दिया है। काफी दिनों बाद हाथियों के क्षेत्र में दस्तक देने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।

उधर कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में 12, 10 व 3 हाथियों को झुंड अलग-अलग जगहों पर विचरण कर रहा है। इस झुंड ने भी बीती रात उत्पात मचाते हुए एक पंच समेत तीन ग्रामीणों के घर ढहा दिये। डेढ़ दर्जन से अधिक किसानों की फसल बुरी तरह रौंद दी। जिससे संबंधितों को लाखों रूपए का नुकसान उठाना पड़ा है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक 12 हाथी पसान रेंज के अड़सरा गांव के जंगल में घूम रहे हैं। रात होते ही ये हाथी गांव के ढोढ़ीपारा पहुंच गए और बस्ती में प्रवेश कर पंच रतनलाल के घर को निशाना बनाते हुए तोड़ दिया।

वहीं खेतों में पहुंचकर 10 हेक्टेयर क्षेत्र में लगे अरहर, मक्का व धान की फसल को चौपट कर दिया। हाथियों के उत्पात से गांव के डेढ़ दर्जन अन्नदाता प्रभावित हुए हैं जिन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। हाथियों के गांव में फिर पहुंचने की सूचना मिलते ही बीट गार्ड ईश्वर दास मानिकपुरी अपने साथियों के साथ तत्काल गांव पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से उत्पात मचा रहे हाथियों को खदेडऩे की कार्यवाही की। वन अमला द्वारा खदेड़े जाने पर हाथियों का दल उतरदा नदी को पार कर कलेवानार पहुंच गया जहां 10 हाथियों का झुंड पहले से ही विचरणरत है। 12 हाथी भी नदी पार कर इस झुंड में शामिल हो गए।

कलेवानार में मौजूद हाथियों ने उत्पात मचाते हुए दो ग्रामीणेां के घर को तोड़ दिया है। तीन दंतैल अमारूतिलोरा, बहरीझोरकी, कलेवा होते हुए तुलबुल गांव पहुंच गए हैं। हालांकि इन हाथियों ने यहां तत्काल कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है लेकिन ये दल काफी खतरनाक है जो कभी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।वन विभाग सतर्क हो गया है और उसके अधिकारी-कर्मचारी लगातार इसकी निगरानी में जुट गए हैं।

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