छत्तीसगढ़ एम्स में पहला किडनी प्रत्यारोपण, मरीज़ की हालत स्थिर, 4 घंटे चला ऑपरेशन
रायपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में पहला किडनी प्रत्यारोपण शुक्रवार को किया गया। कबीरधाम के रहने वाले 27 वर्षीय युवक को उसकी मां की किडनी प्रत्यारोपित की गई है। रोगी की हालत स्थिर है और उसे अगले एक सप्ताह तक चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाएगा। संजय गांधी पीजी इंस्टीट्यूट के प्रो. (डॉ.) एम.एस. अंसारी के निर्देशन में डॉ. संजॉय कुमार सुरेका, डॉ. पुनीथ कुमार केएम, डॉ. मानस रंजन पटेल, डॉ. दिव्या श्रीवास्तव और एम्स, रायपुर के डॉ. अमित शर्मा, डॉ. दीपक बिस्वाल, डॉ. सत्यदेव, डॉ. विनय राठौर, डॉ. रोहित, डॉ. नरेंद्र बोधे, डॉ. सुब्रत, डॉ. मयंक और डॉ. जितेंद्र की टीम ने किडनी का प्रत्यारोपण किया।
नर्सिंग और तकनीकी सहायता विजय कुमार, प्रेरणा गौरव, विशोक, रीना कुरीयाकोसे, अंबे पटेल और विनिता पटेल ने प्रदान की। ऑपरेशन चार घंटे चला और आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सभी उपचार निःशुल्क प्रदान किया गया है। निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरक ने टीम को बधाई देते हुए इसे प्रदेश और आस-पास के क्षेत्रों के लिए एक नई शुरूआत बताया है। उनका कहना है कि इससे रीनल ट्रांसप्लांट की दिशा में महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है।