रायगढ़ में 17 को वृहद रक्त दान शिविर का आयोजन

आगे आकर करे रक्तदान इससे नही होता कोई नुक्सान
रक्तवीर परिवार के अध्यक्ष विमल अग्रवाल ने सभी लोगो से कैंप के आकार रक्तदान करने की अपील की

रायगढ़।नगर में 17 सितंबर को बृहद रक्त दान शिविर का आयोजन किया किया जा रहा है।ज्ञात हो कि भारत सहित अन्य लगभग 40 देशों में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के द्वारा विशाल रक्त दान शिविर का आयोजन 17 सितंबर को कर रहा है तो वहीं छत्तीसगढ़ का औद्योगिग जिला रायगढ़ में भी इस अवसर पर विशाल रक्त दान शिविर का भव्य आयोजन किया जा रहा है। बता दे कि आयोजित रक्तदान शिविर का आयोजन युवा ब्रिगेड द्वारा किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् 58 वे स्थापना दिवस पर और आज़ादी के इस अमृत महोत्सव के तहत मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव का विशाल अयोजन 17 सितंबर को होगा। प्राप्त जानकारी अनुसार इसके तहत 22 देशों में 2000 से भी अधिक कैंप लगाए जाने की योजना बनाई गई है।
वही इसमें 2 लाख यूनिट ब्लड एकत्र करने का लक्ष्य रखा गया है। तेरापंथ युवक परिषद् रायगढ़ के जिला अध्यक्ष विमल अग्रवाल रक्तवीर ने बताया कि अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् एक ऐसा सामाजिक संगठन है जो सम्पूर्ण भारत और नेपाल में फैली 350 से भी अधिक परिषदो एवम 45 हजार से भी अधिक युवकों का एक बड़ा नेटवर्क है। उन्होने बताया कि देश में कई बार देखा जाता है की ब्लड की कमी की वजह से कई लोगो को जान गवानी पड़ती है। जिसे ध्यान में रखते हुए हमारा यह संगठन एक बड़ा नेटवर्क बनाकर ब्लड की कमी किसी भी व्यक्ति को ना ऐसा प्रयास लगातार कर रहा है। रक्तविर विमल अग्रवाल ने बताया कि ब्लड की कमी की वजह से मरने वाले लोगो को अब बचाया जा रहा है हमारा संगठन लगातार इस हेतु कार्य कर रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए 17 सितंबर को विशाल ब्लड डोनेशन शिविर का आयोजन कर रहा है। पहले रक्तदान शिविर जिंदल फोर्टिन्स हॉस्पिटल में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक रक्तदान शिविर लगाया जायेगा, तो उसके साथ ही एक और रक्तदान शिविर 10 बजे से रायगढ़ ब्लड बैंक संजीवनी हॉस्पिटल में लगाया लगाया जायेगा।
इसमें मुख्य रूप से जैन समाज के गणेश मल सेठिया , व्यापारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष नरेंद्र जुनेजा , लक्ष्मी साहु पार्षद , शुभकरण जैन,सुभाष जैन, प्रदीप सेठिया, योगित जैन, रक्तवीर परिवार से विमल अग्रवाल(रक्तवीर), कुलदीप नरसिंग के साथ बहुत सी सामाजिक संस्थाओं और समस्त जैन की विशेष योगदान रहेगा।