नटवर स्कूल प्लेग्राउंड बना व्यापार करने का मुख्य केंद्र बिंदु,जिसके चलते शहर के खिलाड़ियों में बन रहा आक्रोश…

कभी कुछ कार्यक्रम तो कभी कुछ आयोजन, अब लगा है स्वदेशी खादी व्यापार मेला लेकिन अंदर बिक रहा है कई स्टालों में विदेशी माल..
खेल मैदान के व्यापारिक उपयोग से खेल संगठनों और खिलाड़ियों में पनप रहा जमकर आक्रोश…
पिछले बार हुई चूक एवं एक बड़े हादसे और अनुभव से अब भी सबक लेता नहीं दिख रहा है जिला प्रशासन…
स्वदेशी खादी महोत्सव जैसे ट्रेड फेयर का नाम रख लोगों को बनाया जा रहा है बेवकूफ…बगैर फ़ूड लायसेंस के बिक रही है खुली खाद्य सामग्रियां..

खेल मैदान के लिए बनी नियमावली के विरुद्ध अवैधानिक गतिविधियों को किया जा रहा है नजरअंदाज..
मोटी कमाई होती देख स्वदेशी खादी महोत्सव के संचालक ने खेल मैदान के उपयोग की समय सीमा और बढ़ाने दिया है आवेदन…
रायगढ़।पिछले कुछ वर्षो से शहर के खिलाड़ियों के लिए पर्याप्त खेल मैदानों में मानो ग्रहण सा लग गया है,कहा जाता है की तंदुरुस्त शरीर के लिए खेलकूद सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है लेकिन आज देखा जाए तो शहर की बची कुची मुख्य खेल ग्राउंड है जो व्यापार का मुख्य केंद्र बिंदु बन चुकी है जिसे लेकर अब खिलाड़ियों में आलोचनाऐ होने लगी है वहीं अंदर ही अंदर काफी आक्रोश पनप रहा है देखा जाए तो यह सही भी है।
शहर के आस पास के खेल ग्राउंड पूरी तरह से कुछ न कुछ प्रोग्राम एवं आयोजन के लिए आरक्षित से हो गए है जिसे लेकर अब खिलाड़ियों व कुछ सामाजिक संगठनों ने भी अपनी कमर कस ली जल्द ही जिला प्रशासन के खिलाफ खिलाड़ियों तथा सामाजिक संगठनों का यह बड़ा तपका सड़कों पर आ कर विरोध प्रदर्शन कर सकता है,सूत्रों की माने तो बार,बार नटवर स्कूल खेल मैदान को व्यापारिककरण न करने को लेकर एक विशाल बवंडर प्रशासन के समक्ष आने को है।
फिलहाल इस सारे मामले में किस प्रकार नियमों में शिथिलता प्रदान कर एक व्यापारी को ट्रेड फेयर लगाने नटवर स्कूल मैदान के उपयोग की अनुमति दी गई है यह भी सोचने को मजबूर करता है, इसके आगे की खबर अनुविभागीय दंडाधिकारी रायगढ़ के व्यक्तव्य के साथ जल्द ही होगा प्रकाशित …