नई दिल्ली।पेरिस ओलंपिक में पदक से चूकीं महिला कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने चुनावी चर्चाओं के बीच शुक्रवार शाम पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान दीपेंद्र हुड्डा व परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम ज्यादा वजन की वजह से पदक जीतने से चूकीं भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने शुक्रवार को दिल्ली में हरियाणा के सांसद दीपेंद्र हुड्डा और उनके परिवार के साथ मुलाकात की। इससे राजनीतिक गलियारों में ऐसी अटकलें तेज हो गईं कि कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर चुकीं विनेश जल्द ही कांग्रेस के साथ राजनीतिक पारी शुरू कर सकती हैं।
हरियाणा के सांसद हुड्डा ने विनेश के साथ मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर साझा की। चर्चाएं तो ये भी रहीं कि विनेश शुक्रवार को प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के अन्य नेताओं से भी मिलने वाली हैं। वह खिलाड़ियों के धरने के दौरान उनसे मिली थीं। वैसे, स्वदेश लौटने के बाद से ही विनेश फोगाट लगातार हुड्डा परिवार के साथ संपर्क में हैं। यह उनकी तीसरी मुलाकात थी।
बताया जा रहा है कि इसके बाद प्रियंका गांधी से विनेश मुलाकात कर सकती हैं। पेरिस ओलंपिक में उम्दा प्रदर्शन के बाद प्रियंका ने सोशल मीडिया पर बधाई देकर विनेश से मिलने की इच्छा जताई थी। यह मुलाकात इसी संदर्भ में देखी जा रही हैं। हालांकि पिछले कुछ दिनों से विनेश के कांग्रेस में शामिल होने और चुनाव लड़ने की चर्चाएं हैं।
हालांकि इस बारे में फिलहाल विनेश या उनके परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। मुलाकात के बाद हुड्डा ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने विनेश के कांग्रेस में शामिल होने की बात को काल्पनिक बताया।
उन्होंने कहा एथलीट सिर्फ पार्टी के नहीं होते बल्कि पूरे देश के होते हैं। यदि कोई पार्टी में शामिल होता है तो इसका पता चल ही जाता है। जो भी पार्टी में आता है, उनका हम स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा- विनेश के साथ अन्याय हुआ है।
उन्हें उचित सम्मान मिलना चाहिए। उन्हें राज्यसभा में मनोनीत किया जाना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को उन्हें वही सम्मान दिया जाना चाहिए था, जो ओलंपिक में गोल्ड विजेता को मिलता है। जबकि हरियाणा सरकार ने उनके लिए रजत पुरस्कार के बराबर राशि की घोषणा की है।
उन्होंने कहा जिस तरह से सचिन तेंदुलकर को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था,उसी तरह विनेश को भी राज्यसभा के लिए मनोनीत किया जाना चाहिए था उनके साथ अन्याय हुआ न्याय नहीं हुआ है।