कतर ने फीफा विश्व कप की मेजबानी के लिए आठ स्टेडियम तैयार किए हैं, लेकिन इस टूर्नामेंट के बाद कई स्टेडियम का कोई उपयोग नहीं होगा। ऐसे में इन स्टेडियम में अलग-अलग चीजें बनाई जा सकती हैं।
फीफा विश्व कप 2022 का आयोजन कतर में हो रहा है। अंतिम 16 के मुकाबले खत्म होने की कगार पर हैं। इसके बाद क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल के मुकाबले होंगे। इस टूर्नामेंट का फाइनल 18 दिसंबर को खेला जाएगा। इसके बाद कतर में मौजूद आठ स्टेडियम का कोई उपयोग नहीं होगा। कतर में फुटबॉल बहुत ज्यादा लोकप्रिय नहीं है, लेकिन फीफा विश्व कप के लिए यहां आठ विश्व स्तरीय स्टेडियम बनाए गए हैं। फीफा विश्व कप खत्म होने के बाद कतर के सामने यह चुनौती होगी कि इनका उपयोग कैसे करे। इसके लिए कतर ने पहले ही समाधान निकाल लिया है।कतर में कई फुटबॉल स्टेडियम को शॉपिंग मॉल, होटेल और स्कूल में बदल दिया जाएगा। वहीं, तीन स्टेडियम में कोई बदलाव नहीं होगा। उनमें फुटबॉल के खिलाड़ी ही अभ्यास करेंगे और मैच खेलेंगे।
क्यों नहीं हो पाएगा स्टेडियम का उपयोग?
भारत में भी कई बार क्रिकेट विश्व कप का आयोजन हो चुका है, लेकिन यहां कभी भी टूर्नामेंट के बाद स्टेडियम नहीं तोड़े गए। क्योंकि, भारत में क्रिकेट काफी लोकप्रिय खेल है। विश्व कप के लिए उपयोग होने वाले स्टेडियम में बाद में स्थानीय खिलाड़ी खेलते हैं और द्विपक्षीय सीरीज के अलावा घरेलू मैच भी इन्हीं स्टेडियम में होते हैं। इस वजह से भारत में क्रिकेट के स्टेडियम हमेशा उपयोगी रहते हैं। वहीं, कतर में फुटबॉल ज्यादा लोकप्रिय नहीं है। ऐसे में विश्व कप के बाद कतर में कोई भी उन फुटबॉल स्टेडियम में खेलने वाला या प्रैक्टिस करने वाला नहीं होगा। वहां के लोगों में फुटबॉल को लेकर ज्यादा रुचि नहीं है। इसी वजह से कई स्टेडियम होटेल और शॉपिंग कॉम्पलेक्स में बदले जाएंगे।
18 हजार करोड़ से ज्यादा कीमत पर बने हैं सभी स्टेडियम
कतर में फीफा विश्व कप के आयोजन के लिए 12 स्टेडियम प्रस्तावित किए गए थे, लेकिन बाद में कतर के कहने पर फीफा आठ स्टेडियम पर राजी हो गया। फीफा विश्व कप के फाइनल के आयोजन के लिए एक ऐसे स्टेडियम की जरूरत थी, जिसमें 80,000 दर्शक बैठ सकें। इसके अलावा सेमीफाइनल मुकाबले के लिए 60,000 की दर्शक क्षमता वाले स्टेडियम की जरूरत थी। वहीं, सामान्य मैचों की मेजबानी के लिए 40,000 की दर्शक क्षमता वाले स्टेडियम की जरूरत थी। इनमें से सात स्टेडियम नए सिरे से बनाए गए। वहीं, खलीफा स्टेडियम का नवीनीकरण किया गया। इसमें लगभग 18126 करोड़ रुपये का खर्चा आया।
कतर के आठ स्टेडियम का क्या होगा?
कतर के सभी आठ स्टेडियम का उपयोग भविष्य में अलग-अलग रूप में होगा। तीन स्टेडियम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। एक स्टेडियम कतर की राष्ट्रीय टीम के लिए रहेगा। जिसमें सभी खिलाड़ी अभ्यास करेंगे और कतर अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी करेगा। वहीं, दो स्टेडियम फुटबॉल क्लब के लिए होंगे, जिनमें क्लब के खिलाड़ी अभ्यास करेंगे और अपने मैच भी खेलेंगे। वहीं, कुछ स्टेडियम से एक मंजिल को हटा दिया जाएगा। इससे निकले वाले स्टील और सीटों को गरीब देशों को दान किया जाएगा। जहां स्टेडियम बनाने की जरूरत है।
फीफा विश्व कप के आयोजकों के अनुसार लुसैल स्टेडियम में स्कूल, दुकानें, कैफे के अलावा खेल सुविधाएं दी जाएंगी और क्लीनिक भी खोल जाएंगे। अल बायत स्टेडियम में एक पांच सितारा होटल, शॉपिंग मॉल और खेल दवा क्लीनिक खोला जाएगा। अहमद बिन अली स्टेडियम रेनाय क्लब का होम ग्राउंड होगा। अल जैनब स्टेडियम अल वाकराह की टीम का होम ग्राउंड होगा। खलीफा स्टेडियम में कतर की राष्ट्रीय खेलेगी। इसमें 2026 विश्व कप के क्वालिफाइंग मुकाबले भी हो सकते हैं। कुछ स्टेडियम 2024 में एशियाई कप में भी इस्तेमाल हो सकते हैं। कतर को 2036 ओलंपिक की मेजबानी मिलने पर ये स्टेडियम ओलंपिक के लिए भी इस्तेमाल हो सकते हैं।