रायगढ़।विगत दिनों कलेक्टर महोदय द्वारा आर.टी.ई. के तहत् प्रवेश एवं छात्रों के ड्राप आऊट होने उनके शिक्षा में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए थे,आदर्श भारती शिक्षण समिति, किरोड़ीमल नगर प्रबंधन ने इसे गंभीरता से लेते हुए अपनी द्वारा संचालित तीनों विद्यालयों में नव-प्रवेषित छात्रों के पालकों की बैठक आयोजित की गई। इसमें पालकों को स्वच्छता,व्यक्तित्व विकास, अनुशासन, गृहकार्य, विद्यालय में 100% उपस्थिति,पालकों की समय- समय पर आयोजित बैठक में उपस्थिति, निर्धारित यूनिफार्म कोड का ध्यानपूर्वक पालन आदि विषय पर पालकों को विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया।
उक्त अवसर पर आदर्श भारती शिक्षण समिति के चेयरमेन श्री विजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि – आपका पाल्य यदि विद्यालय में 6 घंटा रहता है बाकी समय अपने अभिभावकों के साथ समय व्यतीत करता है अतः विद्यालय के साथ-साथ अभिभावकों का भी कर्तव्य है कि अपने पाल्य के जीवन में व्यक्तित्व का निर्माण, ज्ञान व कौशल में सुधार करके उन्हें एक जागरूक नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। शिक्षा व्यक्ति के जीवन में लक्ष्य को निश्चित करके उसके वर्तमान एवं भविष्य को पोषित करती है।
विद्यालय के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री प्रणय कुमार अग्रवाल ने नव-प्रवेषित छात्रों के पालकों को आर.टी.ई. में प्रवेश पर बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कठोर परिश्रम व धैर्य का फल मीठा होता है। उन्होंने भविष्य में बेहतर परीक्षा परिणाम लाने हेतु शिक्षक-शिक्षिकाओं का आह्वान किया तथा विद्यार्थियों को मेहनत व लगन से प्रयास करने की प्रेरणा दी।
विद्यालय के द्वेय प्राचार्य श्री संजय कुमार शर्मा एवं श्रीमती प्रियंका जैन ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि – किसी भी विद्यालय का उन्नत शैक्षिक परिणाम उस विद्यालय के विद्यार्थियों की रुचि, लगन, शिक्षक-शिक्षिकाओं के अथक परिश्रम और पालकों के सहयोग से ही संभव है,उन्होने नव- प्रवेषित छात्रों को उनके स्वर्णिम भविष्य की शुभकामना प्रेषित की, और आश्वाशीत किया की हमारा विद्यालय उत्तम शिक्षण व्यवस्था प्रदान करने के साथ-साथ अशैक्षणिक गतिविधियों के विकास हेतु कृत संकल्पित है।
उक्त अवसर पर आदर्श भारती शिक्षण समिति, किरोड़ीमल नगर के सचिव श्री अनुज राम सिदार, सदस्य श्री दिनेश उरांव एवं श्रीमती ममता सिंह (प्र.पा.) उपस्थित रहे, कार्यक्रम का समापन श्रीमती रीना नाथ (इंचार्ज प्राचार्या – अंग्रेजी माध्यम) के धन्यवाद ज्ञापन के साथ समापन हुआ।