रायगढ़ आईएएस रानू साहू के मायके में छापा; कोरबा में फिर पहुंची माया वारियर के दफ्तर
छतीसगढ़।रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के पैतृक गांव पांडुका के अलावा ईडी ने आज छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी में भी दबिश दी है. ईडी की टीम चिप्स के दफ्तर में दस्तावेजों की जांच पड़ताल कर रही है. 3 कार में ईडी के करीब 9 अधिकारी चिप्स के दफ्तर पहुंचे हैं. किसी को भी भीतर आने और बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
चिप्स के सीईओ IAS समीर बिश्नोई को पहले ही रिमांड पर लेकर ईडी पूछताछ कर रही है. वहीं आपको बता दें ईडी की टीम रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के बंगले में दस्तावेजों की जांच करने के बाद आज पैतृक गृह ग्राम पांडुका पहुंची है.
गरियाबंद की जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू और कांग्रेस नेता शैलेंद्र साहू के यहां छापा मारा है. लक्ष्मी साहू कलेक्टर रानू साहू की मां हैं. वहीं शैलेंद्र साहू उनके चचेरे भाई हैं।
बता दें कि माया वारियर कोरबा जिले में परियोजना प्रशासक, एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना एवं प्रभारी सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास के पद पर पदस्थ हैं। वे पहले दुर्ग में आदिम जाति कल्याण विभाग में सहायक संचालक थीं। बताया जाता है कि कोरबा में कलेक्टर रानू साहू की पदस्थापना के दौरान माया वारियर का तबादला वहां हुआ और तब से वे इसी जिले में पदस्थ हैं। माया वारियर के ऊपर रानू साहू के कार्यकाल में DMF के फंड के अनाप-शनाप खर्च के आरोप लगते रहे हैं। कोरबा में ED के निशाने पर माइनिंग और DMF रहा है, और यही वजह है कि DMF की केंद्र बिंदु रही माया वारियर के निजी आवास में छापा पड़ा है। फ़िलहाल यहां कार्रवाई चल रही है और इस दौरान ED के हाथ क्या लगा इसका खुलासा बाद में हो सकेगा।