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Raipur Cg Mob Lynching: घायल युवक की इलाज के दौरान हुई मौत, पुलिस ने दिया बड़ा बयान

रायपुर। राजधानी से लगे आरंग में मॉब लिंचिंग मामले में घायल युवक सद्दाम कुरेशी ने आज दम तोड़ा. इस घटना में पहले ही दो युवकों की मौत हो चुकी है. बता दें कि 7 जून की दरमियानी रात गौ तस्करी के आरोप में अज्ञात आरोपियों ने ट्रक में मवेशी लेकर जा रहे तीन युवकों को बुरी तरह से पीटा था. इस घटना में दो युवकों की मौत हो गई, जबकि सद्दाम कुरेशी गंभीर रूप से घायल था. उनका इलाज मेकाहारा में चल रहा था, जहां आज उन्होंने दम तोड़ा दिया. मृतक के परिजन शव लेने से इंकार कर दिया है. इंसाफ की गुहार लगाते सरकार से मुआवजा की मांग कर रहे।

पूरे घटनाक्रम का सद्दाम एकलौता गवाह था. वहीं इस मामले में राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन भी किया गया है. सद्दाम की मौत के बाद उनके परिजन मेकाहारा पहुंचे हैं और शव लेने से इंकर करते हुए मुआवजा की मांग कर रहे. मेकाहारा में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. मृतक सद्दाम क़ुरैशी के भाई सोहेल क़ुरैशी ने कहा, मेरे भाई की साजिश पूर्वक हत्या की गई है. इस घटना में इंसाफ चाहिए. अब तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस पूरे मामले को दबाने में लगी है. एसआईटी गठित हुई, लेकिन किसी के पास कोई जानकारी ही नहीं है. हम सद्दाम के मौत की मुआवजे की मांग करते हैं. इस मामले में पुलिस ने कहा, पूरे मामले की जांच जारी है. एसआईटी का गठन किया गया है. सभी अपने-अपने बिंदुओं पर जांच कर रहे हैं. जल्द आरोपियो को गिरफ्तार किया जाएगा. दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में इस महीने की शुरुआत में भीड़ के हमले में घायल हुए तीसरे शख्स ने भी मंगलवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया। मारे गए शख्स का नाम सद्दाम कुरैशी (25) है। सद्दाम अपने दो साथियों के साथ ट्रक में मवेशी भरकर जा रहा थे, इसी दौरान 7 जून को महानदी पर बने 30 फुट ऊंचे पुल के नीचे तीनों पड़े मिले थे। जिनमें से दो की उसी दिन मौत हो गई थी और सद्दाम घायल हो गया था। इस मामले में पुलिस ने सद्दाम के भाई की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है, हालांकि इतने दिन बाद भी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

यह घटना रायपुर जिले के आरंग थाना क्षेत्र में हुई थी। जब भीड़ द्वारा कथित रूप से पीछा किए जाने के बाद 7 जून को ट्रक में मवेशियों को ले जा रहे गुड्डू खान (35) और चांद मियां खान (23) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इसी दौरान सद्दाम कुरैशी गम्भीर रूप से घायल हो गया था और बीते 11 दिन से अस्पताल में भर्ती था। सोमवार को कुरैशी को रायपुर के निजी अस्पताल बालाजी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल से यहां सरकारी डीकेएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था, जहां वो वेंटिलेटर सपोर्ट पर था। सद्दाम के चचेरे भाई शोहेब ने बताया कि मंगलवार को डीकेएस अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इस बारे में रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कीर्तन राठौर ने बताया कि सद्दाम कुरैशी की मंगलवार को मौत हो गई, साथ ही उन्होंने बताया कि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। ट्रक ले जा रहे तीनों शख्स उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे, और 7 जून को आरंग इलाके में महानदी पर बने पुल के नीचे बुरी तरह घायल अवस्था में मिले थे, जबकि भैंसों से भरा उनका ट्रक पुल पर मिला था।

इनमें से दो ने वहीं पर दम तोड़ दिया था,जबकि सद्दाम बुरी तरह घायल था। इस मामले में आरंग पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या),307(हत्या का प्रयास) और 34 (साझा इरादा) के तहत FIR दर्ज की थी। हालांकि अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। FIR के अनुसार, शिकायतकर्ता शोहेब खान का कहना है कि तीनों पर हमला हुआ तो चांद ने उन्हें फोन लगाया था और कहा था कि जब वे तीनों पड़ोसी महासमुंद जिले से आरंग की ओर मवेशियों से भरे ट्रक को लेकर जा रहे थे, तो बाइक और अन्य वाहनों पर सवार कुछ लोगों ने उनका पीछा किया। इसी बीच ट्रक का टायर फट गया और पीछा कर रहे लोगों ने उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी। FIR के मुताबिक चांद ने उस वक्त शोहेब को बताया था कि उसे और उसके दो अन्य साथियों को चोटें आई हैं और वे चलने की स्थिति में नहीं हैं। इसके बाद मामले की जांच करने और आरोपियों का पता लगाने के लिए पुलिस ने रायपुर के एएसपी राठौर की अध्यक्षता में 14 सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया था।

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