रायगढ़।चुनाव की आपाधापी में आम जनता हुई यातायात व्यवस्था को लेकर घण्टों परेशान शहर के हर चौक चौराहों में अपनी गाड़ियों के महंगे पेट्रोल जलाकर एवं समय बर्बाद कर लोग खडे रहे लंबी कतारों में ।
हिन्दू मान्यता के अनुसार दीपावली भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है जिसमे इस पर्व में मुख्य रूप से धनतेरस, छोटी दीपावली एवं बड़ी दीपावली है ठीक इससे पहले हर वर्ष की तरह लोग दूर दराज से अपनी सामानों को लेकर शहर में बेचने लाते है मुनाफे एवं दो चार पैसे ज्यादा मिल जाये इस लालसा के साथ फूल,फल, पत्ते,मिट्टी के दिए, मूर्ति,तथा पूजा वगैरह में जरूरी साधन को गुमटी ,ठेला,व सड़क किनारे बैठकर बेचते है ,जिन्हें भव्य रोड शो के चलते हटाया गया क्या यह सही है जिसके चलते उनकी आज की कमाई तो नील हो गई,यदि आपको शो करना ही था साहब…
तो इस भव्य आयोजन को बीजेपी दस दिन पहले कर लेती तो लोगो का भला तो कम से कम हो जाता इससे पूर्व हमारे देश के भावी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र दमोदरदास मोदी जी का आगमन जब शहर के कोडातराई में हुआ था जिसमे भव्य रूप से लोग उन्हें देखने जूटे थे और शहर की यातायात व्यवस्था भी नही चरमराई थी।
लेकिन ठीक दीपावली के समय क्या यह रोड शो करना अतिआवश्यक था ? जबकि गरीबों के घर के दिए शहर में तीन चार दिन सामान ग्रामीण इलाकों एवं दूर दराज क्षेत्रों से लाकर बेचकर ही दीपावली का दीपक जगमगाता है,यदि इन सब बातों को ध्यान में रखकर यह रोड शो किया जाता तो शहर के लोगों को आज परेशानी न होती।