छत्तीसगढ़

राज्य महिला आयोग ने सगाई कर शादी तोड़ने वाले युवक को जमकर फटकार लगाते हुए सार्वजनिक तौर पे माफी मांगवाई एवं महंगी अंगुठी और घड़ी दिलाया वापस

कोण्डागांव। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्य नीता विश्वकर्मा, अर्चना उपाध्याय की अध्यक्षता में जनसुनवाई तथा जिला स्तरीय मानव तस्करी पर रोकथाम हेतु प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस जनसुनवाई में उनके साथ कलेक्टर दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने विधिक आयोग द्वारा निर्मित जन जागरूकता अभियान के चलचित्रों के माध्यम से लोगों को दहेज प्रताड़ना, टोनही प्रताड़ना, घरेलु हिंसा एवं अन्य महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के संबंध में जानकारी ली। सुनवाई में एक आवेदिका द्वारा सगाई के उपरांत विवाह तोड़ने वाले अनावेदक एवं उसके परिवारजनों को फटकार लगाते हुए महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने एवं उसे प्रताड़ित करने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने तथा सगाई में दी गई अंगुठी एवं घड़ी को वापस दिलाया।

एक अन्य मामले में आवेदिका को महिला आयोग में पूर्व में आयोजित सुनवाई निर्णयानुसार 4 लाख 80 हजार रूपये का जीवन भत्ता एवं अन्य एक आवेदिका को एक शासकीय डॉक्टर द्वारा विवाह उपरान्त घर से निकाले जाने एवं न्यायालय के निर्णयानुसार पत्नि को न अपनाने पर आपसी सहमति बनाते हुए 06 लाख रूपये का अंतिम भरण-पोषण भत्ता एवं विवाह के समय दिये गये समस्त घरेलु सामानों को आवेदिका के घर पहुंचाने के निर्देश दिये। एक अन्य प्रकरण में महिला बाल विकास विभाग के एक सुपरवाईजर द्वारा परियोजना अधिकारी पर एरियर्स भुगतान एवं यात्रा भत्ता तथा अन्य बिलों के भुगतान न होने पर दुर्भावना से भुगतान न करने पर परियोजना अधिकारी को फटकार लगाते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी को एक माह के भीतर प्रकरण की जांच कर समस्या निराकरण कर आयोग को सूचित करने के निर्देश दिये।

एक अन्य मामले में अनुसूचित वर्ग की महिला द्वारा समाज प्रतिनिधियों द्वारा पति की मृत्यु के पश्चात् बहिस्कृत किये जाने के मामले में दोनों पक्षों के मध्य सुलह हेतु समय देते हुए प्रकरण को आयोग के रायपुर शाखा में स्थानांतरित कर वहां सुनवाई करने का निर्णय दिया गया। एक अन्य मामले में आवेदिका द्वारा युवक को शादी का झांसा देकर शादी न करने के मामले में प्रकरण को रायपुर शाखा में स्थानांतरित कर दिया गया। शेष तीन प्रकरण जो कि न्यायालय में लंबित है उन पर विचार करते हुए जिनमें राजिनामा हो चुका है उन्हें आयोग द्वारा नस्तीकरण करने की कार्यवाही की गई। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों से रूबरू होते हुए बताया कि महिला आयोग द्वारा सभी जिलों में गांव-गांव तक पीड़ित महिलाओं एवं लोगों में जागरूकता हेतु मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ चलाये जा रहे हैं जोकि आगामी दिनों में जिले में भी आयेंगे। जिसके द्वारा गांव-गांव में विधिक साक्षरता प्रसार कार्य किया जायेगा।

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