
रायपुर। पुलिस ने चार दिन पहले केवराडीह डकैती का खुलासा कर लिया है इसमें एक बार फिर रक्षक ही भक्षक होना साबित हुआ है, संपन्न कृषक राधेलाल भारद्वाज के यहां हुई इस डकैती का मास्टर माइंड रिटायर्ड पुलिस हवलदार है और उसके साथ एसपी बलौदाबाजार के दफ्तर का बाबू भी शामिल रहा है पुलिस ने इनके अलावा 7 और आरोपियों को हिरासत में लेकर दो दिन से पूछताछ कर रही थी इनकी ही निशानदेही पर ये दोनों भी पकड़े गए हैं पहले एसपी आफिस के क्लर्क को हिरासत में लिया गया और फिर रिटायर्ड हवलदार को।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मास्टर माइंड हवलदार दो वर्ष पहले ही रिटायर हुआ था और केवराडीह को पास ही केसला गांव (खरोरा तिल्दा मार्ग) में रहता है इसके साथ 9-10 नकाबपोश तीन दिन पहले शुक्रवार आधी रात 2.30-3 बजे राधेलाल के घर घुसे थे और राधेलाल के सभी पुरुष सदस्यों को रस्सी सेन बांध कर डकैती की थी ये सभी छत्तीसगढ़ी में बात कर रहे थे और हाथ में पिस्टल, तलवार लिए हुए थे राधेलाल के कहने पर उसकी मां बहू को छोड़ दिया था पुलिस पहले दिन राधेलाल की स्टोरी पर भरोसा नहीं कर रही थी पुलिस का कहना था कि राधेलाल खुलकर कुछ नहीं बता रहा इस लिए संदेह हो रहा घटना में जब पुलिस के डॉग स्कवाड की मदद ली तब डकैती के नजरिए से जांच शुरू की खोजी कुत्ता राधेलाल के घर से निकलकर गांव के बाहर लाली डबरी तक जाकर लौटता रहा।
उसके आगे बलौदाबाजार हाइवे सड़क जाती है। अनुमान लगाया गया कि डकैत इसी रास्ते से दूसरे जिले में भाग निकले इस पर बलौदाबाजार, बेमेतरा और अन्य जिलों को भी अलर्ट किया गया
और आधा दर्जन संदेह बलौदाबाजार बेमेतरा से हिरासत में लिए गए और उनसे हुई पूछताछ के बाद पूरी वारदात का खुलासा हो गया है पुलिस शाम को पूरे मामले का खुलासा करेगा इन लोगों ने राधेलाल के घर से 6-7लाख रूपए जेनर और नगद रकम लूटा था।