
छत्तीसगढ़ के आदिम जाति कल्याण विभाग में तैनात सहायक आयुक्त आनंद सिंह पर गंभीर यौन शोषण का मामला दर्ज हुआ है, जिसने पूरे प्रशासनिक महकमे में हलचल मचा दी है।
वर्तमान में बीजापुर जिले में पदस्थ आनंद सिंह के खिलाफ यह एफआईआर उस समय की घटनाओं को लेकर दर्ज की गई है जब वे दंतेवाड़ा में पदस्थ थे। आरोपों के अनुसार सहायक आयुक्त ने एक विवाहित महिला को शादी का झांसा देकर कई वर्षों तक शारीरिक शोषण किया और जबरन गर्भपात भी करवाया।
जानकारी के अनुसार महिला गीदम थाना क्षेत्र की निवासी है, जो अपने पति से विवाद के चलते अलग रह रही थी और तलाक की प्रक्रिया से गुजर रही थी। इसी दौरान उसकी पहचान आनंद सिंह से हुई।
महिला का आरोप है कि दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्रेम संबंधों में बदल गई और सहायक आयुक्त ने पत्नी से तलाक लेकर शादी का वादा किया। विश्वास में आई महिला ने इस रिश्ते को आगे बढ़ाया, लेकिन यह विश्वास धीरे-धीरे धोखे में बदल गया।
पीड़िता का दावा है कि वह साल 2018 से सहायक आयुक्त के संपर्क में है और इस दौरान वह तीन बार गर्भवती भी हुई, लेकिन हर बार आनंद सिंह ने जबरन गर्भपात करवाया।
जब महिला ने विवाह के लिए दबाव बनाया,तो उन्होंने शादी से साफ इंकार कर दिया। इससे क्षुब्ध होकर महिला ने गीदम थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आनंद सिंह पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64(1) और 351(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एफआईआर दर्ज होते ही आरोपी सहायक आयुक्त फरार हो गए हैं और उनका मोबाइल भी बंद है। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है और आरोपी की तलाश जारी है।