चिराईपानी सरकारी स्कूल में मिले 11 वर्षीय नाबालिग के लाश की गुत्थी पुलिस ने जल्द ही सुलझाया

रायगढ़।शहर से 10 किमी दूर स्थित गांव चिरईपानी के शासकीय प्राथमिक शाला भवन में 11 वर्षीय बालक के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे में ही सुलझा ली है। हत्या के मामले में मृतक के चचेरी बहन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला कोतरा रोड थाना क्षेत्र का है।
ग्राम चिरईपानी के शासकीय प्राथमिक शाला भवन में 11 वर्षीय बालक का शव मिला था। शव मिलने से गांव में सनसनी फैल गई थी और सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने गांव पहुंचकर मृत बालक की शिनाख्त की और मामले में कोतरा रोड़ थाने में हत्या का अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
नाबालिग के हत्या को गंभीता से लेते हुए रायगढ़ एसपी सदानंद कुमार ने इसकी जांच आईयूसीएडब्ल्यू की डीएसपी निकिता तिवारी को दिय।डीएसपी निकिता तिवारी कोतरारोड थाने की पर्यवेक्षण अधिकारी भी है। एसपी के निर्देश मिलने के बाद डीएसपी निकिता तिवारी ने फोरेंसिक एक्सपर्ट, डॉग स्क्वायड,साइबर सेल की टीम,एवं संभागीय फिंगरप्रिंटिंग की मदद ली। मौके से सारे फिंगरप्रिंट जुटाए गए एवं फोरेंसिक जांच भी करवाई गई।
तकनीकी व मुखबिर से साक्ष्य जुटाने पर पता चला कि मृत बालक आखरी बार 24 मई की शाम आखरी बार गांव की ही भारती चौहान उर्फ उमा (19) के साथ देखा गया है। भारती चौहान मृत बालक की चचेरी बहन भी हैं। रायगढ़ पुलिस के द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर स्निपर डॉग भारती चौहान के पास जाकर भोंकने भी लगा था। जिसके चलते पुलिस ने उसे संदेही मान पूछताछ की। जिस पर उसने हत्या का अपराध कबूल कर लिया।
हत्या का खुलासा करते हुए डीएसपी निकिता तिवारी ने मीडिया को बताया कि भारती चौहान उर्फ उमा आखरी बार मृत बालक के साथ देखी गई थी। जिसके चलते उसे मौके पर तलब कर पूछताछ किया गया। पर शुरुआत में भारती चौहान हमें गुमराह कर पुलिस की विवेचना भटकाती रही और उसके द्वारा बताए गए तथ्यों की तस्दीक करने पर वह झूठे निकले। जिसके चलते उसी को संदेही मानकर पहले गोपनीय ढंग से उसके बारे में पूरी जानकारी जुटाई।
तस्दीक करने पर पता चला कि करीबन दो माह पहले मृत बालक के निवास से 10 हजार रुपये की चोरी हुई थी। भारती उर्फ उमा चौहान का चचेरी बहन होने के नाते मृतक के घर अक्सर आना जाना था, जिसके चलते मृतक की माता व मृत बालक के द्वारा भारती चौहान को कहा गया था कि तुम ही बस हमारे घर आती हो और पैसा चोरी की हो,और तुम चोरनी हो। चोरनी कहे जाने से क्षुब्ध होकर भारती चौहान के द्वारा बदला लेने की नीयत से हत्या की योजना बनाई गई।
डीएसपी निकिता तिवारी ने बताया कि आरोपिया से पूछताछ में उसने हत्या करने का अपराध कबूल करते हुए बताया है कि योजना के अनुसार हत्या के दिन स्कूल के भीतर बालक को झांसे मे लेकर ले गई और स्कूल के बरामदे में गला दबाकर व ईंट एवं गुप्ती से मार कर बालक की हत्या कर दी।
फिर लाश को खींचकर स्कूल के भीतर कमरे में रखकर अपने घर चली गई थी। पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम करवाने पर डॉक्टरों द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले की हड्डी टूटने,श्वास अवरोध होने एवं मृतक की मृत्यु हत्या से होने की पुष्टि की गई। आरोपिया भारती चौहान(19) को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
इसके बाद उसका मेमोरेंडम कथन लेक घटना में प्रयुक्त ईंट का टुकड़ा, लोहे की गुप्ती तथा घटना के समय आरोपीया के द्वारा पहनी हुई हाफ पेंट, टी शर्ट जिसमें खून का दाग लगा हुआ है को भी जब्त किया गया। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर अंधे कत्ल को सुलझाते हुए आरोपियो को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।