छत्तीसगढ़

आज की छत्तीसगढ़ की 5 बड़ी प्रमुख खबरें…

वार्ड निगम टिकट दावेदार……किसी वार्ड में प्रत्याशियों का टोंटा..तो किसी में दावेदारों की भीड़..पढ़ें..वार्ड क्रमांक 13 से 24 में कौन- कौन है बेहतर दावेदार

भाजपा से निगम उप नेता प्रतिपक्ष इस बार लड़ेंगे नहीं..लड़ाएंगे चुनाव

बिलासपुर।पिछली बार विस्तार के बाद नगर निगम का क्षेत्र 18 पंचायत समेत दो नगर पंचायत और एक नगर पालिका तक फैल गया चुनाव इतना जल्दी हुआ कि जनसंख्या समायोजन की स्थिति नहीं बनी,जनसंख्या के लिहाज से असमान वार्डों के लिए निगम पार्षद का चुनाव हुआ। पांच साल बाद निगम चुनाव के कुछ महीने पहले सरकार ने जनसंख्या समायोजन को केन्द्र में रखकर निगम परिसीमन का फरमान जारी किया, दावा आपत्ती का खेल चला,असमान जनसंख्या की पिछली शिकायत को काफी हद तक दूर करते हुए शासन ने निगम के 70 वार्ड का सीमा निर्धारित किया,लेकिन चुनाव लड़ने वालों की माने तो इस बार नई प्रकार की समस्या सामने आ गयी है।परिसीमन का कुछ इस तरह हुआ कि लाभ सत्ता पक्ष को मिवता नजर  आ रहा है,कई वार्डों का बंटवारा ऐसा किया गया  कि कई तुर्रम खान नेत निर्बीज होते दिखाई दे रहे हैं, यदि नहीं भी हुए तो संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता..चुनाव के बाद हो जाएंगे। खासकर ऐसी स्थिति सत्ता पक्ष के पार्षदों के साथ ज्यादा होते दिखाई दे रही है। 

पत्रकारों की टीम ने आरक्षण के बाद सत्तर वार्ड वाले बड़े नगर निगम बिलासपुर के मतदाताओं का दिल टटोलने का प्रयास किया। इस दौरान कई लोगों ने दावेदारी की इच्छा जाहिर की है। दावेदारों में ना केवल भाजपा या कांग्रेस के कार्यकर्ता नेता शामिल है। कुछ ऐसे भी चेहरे हैं जिन्होने पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय होकर चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। कुछ ऐसे नाम को सामने आए हैं ..जिनकी दावेदारी महत्व रखती है। कुछ दावेदारों की टिकट पर मुहर लग जाए..तो आश्चर्य की बात नहीं होगी।

वार्ड क्रमांक 13 से 16 के दावेदार

वार्ड क्रमांक,13 को पंडित दीनदयाल नगर कहा जाता है। अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षित वार्ड है। भाजपा से रमेश पटेल भतीजा ओंकार पटेल युवा मोर्चा के आयुष यादव टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। वर्तमान पार्षद श्याम पटेल की कांग्रेस से दावेदारी है। वार्ड क्रमांक 14 मिनी माता नगर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित वार्ड है। वर्तमान पार्षद आरती मरकाम भाजपा से दावेदारी करेंगी। पति हेमन्त मरकाम भी भाजपा से टिकट दावेदार हैं। कांग्रेस को प्रत्याशी की तलाश है। तलाश भाजपा को भी है। लेकिन वार्ड में आदिवासी की संख्या नाम मात्र होने कारण दोनों पार्टियों के सामने चेहरों का टोंटा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने स्वास्थ्य कर्मचारी की पत्नी को मैदान में उतारने का फैसला किया है।

वार्ड क्रमाक 15 विकास नगर को ओबीसी के लिए आरक्षित किया है। यहां से भाजपा के कई चेहरे दावेदार हैं। प्रमुख रूप से भाजपा से युवा मोर्चा  नेता नीतिन पटेल, श्याम पटेल,विनोद यादव, रामकिशुन, ओंकार पटेल,त्रिवेणी भोई की दावेदारी है। कांग्रेस से वेदराम यादव भी चुनाव लड़ना चाहते हैं,वार्ड 16 मतलब विष्णुनगर वार्ड अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित है। भाजपा नेता सहदेव कश्यप, चाटापारा वार्ड के पूर्व पार्षद लक्ष्मी कश्यप अपने परिवार की महिला सदस्यों के लिए टिकट मांग रहे हैं। मीनाक्षी यादव भी दावेदार है। कांग्रेस से भाजपा नेता बने परमेश्वर यादव भी घर की महिला के लिए टिकट की दावेदार कर रहे हैं। कांग्रेस के लिए वार्ड में प्रत्याशी का टोंटा है। रतन कश्यप के परिवार से कोई महिला चेहरा का चुनाव लड़ना निश्चित है। गिरजा यादव भी दावेदार है।   

वार्ड क्रमांक 17 से 20 के दावेदार

वार्ड क्रमांक 17 नेहरूनगर वार्ड अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। कांग्रेस के युवा चर्चित चेहरा भास्कर यादव की दावेदारी पक्की है। वर्तमान में भास्कर यादव की पत्नी पार्षद हैं। बहरहाल भास्कर यादव की नजर मेयर पद पर भी है।  यहां से भाजपा नेता श्यामजी पटेल, कार्तिक पटेल की दावेदारी है।

वार्डक्रमांक 18 तिलकनगर वार्ड भाजपा निगम उप नेता प्रतिपक्ष राजेश सिंह का प्रभाव क्षेत्र वाला है। अन्य पिछड़ा वर्ग महिला आरक्षित होने के कारँण राजेश सिंह चुनाव नहीं ल़ड़ सकेंगे। लेकिन बबूल कश्यप यानी लक्ष्मीनारा.यण कश्यप अपनी पत्नी अंजली कश्यप के लिए टिकट मांग रहे हैं। प्रशांत सोमावार भी परिवार की महिला के लिए टिकट चाहते हैं। कांग्रेस के सामने यहां भी प्रत्याशी टोंटा है। बताया जा रहा है कि पड़ोसी  वार्ड से किसी बड़े चेहरे को मैदान में उतार सकते हैं,क्योंकि परिसीमन के बाद वार्ड बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।

वार्ड क्रमांक 19 कस्तूरबानगर सामान्य वार्ड है। भाजपा से मेयर पद के दावेदार रमेश जायसवाल वार्ड से भाजपा टिकट दावेदार हैं। राजेश पाण्डेय, हेमन्त कलवानी की भाजपा से दावेदारी है। कांग्रेस नेता और वर्तमान पार्षद भरत कश्यप की दावेदारी पक्की है। कांग्रेस के युवा उर्जावान नेता गौरव दुबे ने भी चुनाव लड़ने का मन बनाया है।

वार्ड क्रमांक 20 भक्त कंवरराम नगर के बहुत बडे क्षेत्र में सिन्धी कालोनी स्थित है। यह वार्ड सामान्य महिला के लिए आरक्षित है।भाजपा टिकट के लिए यहां से बहुत दावेदार है। सोनिया बहरानी, पिंकी नारवानी, सुरेश वाधवानी के परिवार से महिला सदस्य चुनाव लड़ने को तैयार है। सीमा गिडवानी और  विजय यादव की पत्नी भी चुनाव लड़ना चाहती है।

वार्ड क्रमांक 21 से 24 के दावेदार

अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित गुरूघासीदास नगर वार्ड में दावेदारों की कमी नहीं  है। भाजपा से मधुबाला टण्डन की प्रबल दावेदारी है। कलेश्वर सूर्यवंशी,नवरंग परिवार, बसंत अंचल परिवार की महिला सदस्य चुनाव में उतरने को तैयार है। कांग्रेस से काशी रात्रि की पत्नी चुनाव की तैयारी कर रही हैं। सीमा घृतेश भी टिकट की मजबूत दावेदार है।

अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित भीमराव अम्बेडकर नगर वार्ड का दूसरा नाम वार्ड क्रमांक 22 है। वार्ड पिछडा वर्ग के लिए आरक्षित है।  यहां से भाजपा चेहरा संजय यादव, शैलेन्द्र यादव, शरद यादव टिकट के प्रमुख दावेदार है। कांग्रेस से दीपक सोनवानी और संतोष सारथी भी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं। यहां से रामशरण यादव की भी दावेदारी है।

वार्ड क्रमांक 23 को मदर टेरेसानगर वार्ड भी कहां जाता है। वार्ड सामान्य महिला के लिए आरक्षित है। वार्ड से भाजपा टिकट के कई चेहरे दावेदार है। इनमें प्रमुख रूप से मीना गोस्वामी, रीना गोस्वामूी,शोभा कश्यप,मीनाक्षी बोरमोड़े महेन्द्र जायसवाल का परिवार दावेदार है। कांग्रेस की तरफ से सीताराम जायसवाल की पत्नी को टिकट का इंतजार है। सीताराम जायसवाल का मेयर की दावेदारी करना निश्चित है। पंचराम सूर्यवंशी और अर्जुन की पत्नी भी टिकट का इंतजार कर रही है।

वार्ड क्रमांक 24 मतलब राजेन्द्र नगर वार्ड सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है। यहां से पूर्व पार्षद संजय गुप्ता,  जिला कारिणी समिति के युवा नेता आदित्य तिवारी, पूर्व पार्षद डॉ.सुशील श्रीवास्तव की दावेदारी है। इसके अलावा संगठन में कई पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके  भाजपा के युवा ऊर्जावान चेहरा पूर्व एल्डरमैन  मनीष अग्रवाल भी टिकट के प्रमुख और प्रबल दावेदारों में शामिल हैं।

यहां से मेयर रामशरण की भी दावेदारी बनती है। लेकिन निगम सभापति शेख नजरूद्दीन, उनके पुत्र ऊर्जावान कांग्रेस चेहरा शेख निजामुद्दीन  ऊर्फ दुलारे की भी दावेदारी है। राजनीति में अच्छी खासी दखल रखने वाले राकेश शर्मा की दावेदारी भी गंभीर है।


केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज छत्तीसगढ़ आगमन..

रायपुर।केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज छत्तीसगढ़ आएंगे। इस कड़ी में वह आज सुबह 11:15 बजे रायपुर के माना स्थित स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में लैंड करेंगे। जिसके बाद 11.30 बजे रायपुर से नगपुरा के लिए रवाना होंगे। यहां पर दोपहर 12:10 को जैन मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे।जिसके बाद दोपहर 12:40 से 12:55 तक दुर्ग के नगपुरा में आयोजित किए गए मोर आवास मोर अधिकार कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम के बाद PWD रेस्टहाउस में दोपहर 2 से 2:30 तक समय आरक्षित किया गया है , इसके बाद नगपुरा हेलीपेड के लिए 2:35 बजे रवाना होंगे। इस दौरान यहां पर कुम्हारी के मिनी स्टेडियम में “किसान मेला” कार्यक्रम में 3: 10 से 4: 15 बजे तक शामिल होंगे।

विभिन्न कार्यक्रमो में शामिल होने के बाद शाम 5.15 को भोपाल के लिए रवाना होंगे. प्रधानमंत्री आवासीय योजना कार्यक्रम में शामिल होंगे. PWD रेस्टहाउस में दोपहर 02:00 से 02:30 तक समय आरक्षित किया गया है. दोपहर 02:35 हो नगपुरा हेलीपेड के लिए रवाना होंगे, और कुम्हारी के मिनी स्टेडियम में दोपहर 03:10 से 04:15 बजे तक “किसान मेला” सहित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। फिर इसके बाद शाम 05:15 बजे शिवराज सिंह चौहान वापस भोपाल जाने के लिए रवाना होंगे।


प्रधानपाठक प्रमोशन में क्यों पिछड़ रहा यह जिला….. ? फेडरेशन ने DEO को सौंपा ज्ञापन…

बिलाईगढ़ ।जिले में अटकी हुई प्राथमिक स्कूल के प्रधान पाठक के पद पर होने वाली पदोंनन्ति को लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के जिला कार्यकारी अध्यक्ष मनीष कुमार डडसेना के नेतृत्व में ब्लाक संरक्षक गिरीश साहू, ब्लाॅक अध्यक्ष सरयुकांत बंजारे ने जिला शिक्षा अधिकारी एल पी पटेल से सौजन्य मुलाकात करते हुए शिक्षकों की पदोन्नति के संबंध में अपना पक्ष कर जिले में जल्द ही प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नति करने का अनुरोध किया है।

जानकारी देते हुए मनीष कुमार डडसेना ने बताया कि राज्य के कई जिलों में प्राथमिक स्कूल के प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नति हो चुकी है। यदि राज्य स्तर पर पदोन्नति के क्रम को देखा जाए तो हमारा सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है। जिसकी वजह से कहीं ना कहीं हमारे सहायक शिक्षक साथियों को नुकसान भी हो रहा है। संघ की बैठक में चर्चा हुई थी इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्राथमिक स्कूल के प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नति को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा हुई जिसमें आम सहमति बनती हुई नजर आ रही है।

मनीष डडसेना ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी एल पी पटेल से मुलाकात सार्थक रही है ।अब उम्मीद की जा सकती है कि जल्द ही प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नति की प्रकिया की गाड़ी पटरी पर आ जाएगी।


पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड: SIT ने साझा की अब तक की जांच रिपोर्ट, आरोपी सुरेश ने हत्या से कुछ दिन पहले बैंक खाते से निकाली थी बड़ी रकम, जल्द होगा बड़ा खुलासा

बीजापुर। पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड मामले में एसआईटी ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान यह सामने आया कि मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर ने वारदात से 4-5 दिन पहले अपने भाई रितेश चंद्राकर, सहयोगी महेंद्र रामटेके और दिनेश चंद्राकर के साथ मिलकर मुकेश की हत्या की साजिश रची थी। इसके बाद रितेश और महेंद्र रामटेके ने चट्टानपारा स्थित बाड़े में मुकेश की हत्या की और सेप्टिक टैंक में उसके शव को डालकर छिपा दिया। इस दौरान रितेश और सुरेश के भाई देवेंद्र ने उनकी मदद की थी। फिलहाल इस हत्याकांड के सभी आरोपी 15 दिन की न्यायिक रिमांड पर हैं।

बता दें कि आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में बनाई गई 11 सदस्यीय एसआईटी टीम इस हत्याकांड की जांच कर रही है। अब तक की जांच में टीम ने अपनी नियमित जांच के अलावा AI और OSINT Tools जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए आरोपियों के खिलाफ महत्वपूर्ण साक्ष्य इकट्ठा किए हैं।

गुमशुदगी रिपोर्ट और शुरुआती जांच

  • 2 जनवरी 2025 की शाम 8 बजे पत्रकार युकेश चंद्राकर ने अपने कुछ साथियों के साथ थाने आकर उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
  • मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बीजापुर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मुकेश की पतासाजी के लिए सायबर सेल और पुलिस अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए।
  • जांच के दौरान पुलिस को अलग-अलग जगहों पर मुकेश के लोकेशन मिले, जिसपर उन्होंने मौके पर जाकर जांच की लेकिन उन्हें वहां कुछ नहीं मिला।
  • इस दौरान मुकेश के भाई युकेश ने G-mail पर अपडेट हुई मुकेश की लास्ट लोकेशन पुलिस से साझा की, जो चटूटानपारा स्थित सुरेश चंद्राकर का बैडमिंटन कोर्ट था।
  • पुलिस ने जब मौके पर पहुंचकर जांच की तो वहां 17 लेबर कमरे बने हुए थे, जिन पर ताले लगे थे। पुलिस ने जब ताले खुलवाने के लिए सुरेश से संपर्क किया तो उसने बीजापुर से बाहर होने की बात कही। इसके बाद जब वह वापस आया तब पुलिस ने उसके सामने सभी कमरों को खुलवाकर चेक किया, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। वहीं पास में मौजूद बने नए सेप्टिक टैंक के फ्लोरिंग के बारे में पूछने पर सुरेश ने बाथरूम के रेनोवेशन का कार्य जारी होना बताया। आगे की पूछताछ में सुरेश ने पुलिस को बताया कि बीते 2 साल से उनकी मुकेश से बात नहीं हुई है और इसके अलावा वह कुछ नहीं जानता है। इसके बाद पुलिस ने सभी संदेहियों और मुकेश चंद्राकर की CDR डिटेल निकलवाने के लिए सायबर सेल के माध्यम से प्रतिवेदन भेज दिया।

हत्या की अगली सुबह टोल प्लाजा के CCTV पर नजर आया रितेश

संदेह के आधार पर पुलिस रितेश से पूछताछ करने के लिए उसकी पतासाजी कर रही थी, इस दौरान हाईवे के अलग-अलग स्थानों में लगे टोल प्लाजा के CCTV फुटेज खंगालने पर पुलिस को 2 जनवरी की सुबह करीब 8 बजे कोण्डागांव टोल प्लाजा के CCTV फुटेज में रितेश की गाड़ी नजर आई, जब आगे ट्रैक किया गया तो रायपुर एयरपोर्ट की पार्किंग में शाम के समय रितेश की गाड़ी नजर आई। इसके बाद टीम ने एयरपोर्ट से उस समय की फ्लाईट से आने-जाने वालों की डिटेल ली। जांच में यह बात सामने आई कि रितेश ने 2 जनवरी को रायपुर से दिल्ली के लिए ऑनलाइन टिकट बुक की थी। यहीं से पुलिस का शक उस पर गहरा गया। इसके बाद पुलिस ने रितेश को रायपुर एयरपोर्ट से हिरासत में लेकर बीजापुर ले आई।

कॉल डिटेल में रितेश के खिलाफ मिले अहम साक्ष्य

इस बीच पत्रकार मुकेश और उसकी हत्या के संदेहियों की CDR डिटेल्स की जांच में यह बात सामने आई कि मुकेश ने आखिरी बार रितेश से ही फोन पर बात की थी। इस आधार पर पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंच चुकी थी कि रितेश का मुकेश की गुमशुदगी से प्रत्यक्ष रूप से कोई न कोई संबंध जरूर है।

जिला अस्पताल से रितेश के भाई दिनेश को किया गिरफ्तार

जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि वारदात के वक्त रितेश और सुरेश का भाई दिनेश भी मौके पर मौजूद था। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसे कॉल किया लेकिन उसका नंबर लगातार बंद आ रहा था। इस बीच पुलिस को पता चला कि दिनेश जिला अस्पताल बीजापुर में अपना इलाज करवा रहा है। इसके बाद पुलिस ने डॉक्टर से अनुमति लेकर दिनेश से पूछताछ की, जिसमें पहले तो उसने गोल-मोल जवाब देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। जब पुलिस ने उसे CDR डिटेल्स और लोकेशन के आधार पर पूछताछ के आधार पर कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने बताया कि उसके भाई रितेश और साथी महेंद्र रामटेके ने मुकेश की लोहे की रॉड से मारकर हत्या की है। दिनेश ने पुलिस को बताया कि घटना में प्रयुक्त लोहे की रॉड, कपड़े और मोबाइल वगैरह ठिकाने लगाने में उसने आरोपियों की मदद की थी।

पुलिस ने सहयोगी रामटेके को किया गिरफ्तार

नंबर 11 में अंजाम दिया था। इसके बाद दिनेश ने पूर्व से सुनियोजित योजना के मुताबिक, साक्ष्य छुपाने और इनको फरार करने में मदद की। आरोपियों ने वारदात के वक्त सुरेश चंद्राकर को बाहर रखा ताकि उस पर किसी को संदेह न हो।

सेप्टिक टैंक में मिला मुकेश का शव

महेंद्र रामटेके की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने विधिवत तरीके से कार्रवाई करते हुए नगरपालिका के कर्मियों और एफएसएल टीम की मौजूदगी में बैडमिंटन कोर्ट के सेप्टिक टैंक की खुदाई की, जहां उन्हें मुकेश चंद्राकर का शव मिला। यह सूचना आसपास के लोगों को मिलने के बाद मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई, जिसके मद्देनजर मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया और मुकेश का शव सेप्टिक टैंक से निकालकर विधिवत् पंचनामा, घटनास्थल का फोरेंसिक निरीक्षण करने के बाद उसे मर्चुरी भेजा।

दिनेश, महेंद्र और रितेश से पूछताछ के बाद पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन, मिक्सर मशीन, भागने में उपयोग में लाए गए वाहन, घटना में प्रयुक्त आला जरब लोहे और अन्य भौतिक साक्ष्यों को बरामद किया। पकड़े जाने के डर से आरोपी पुलिस को गुमराह करने के लिए मुकेश के दो स्मार्टफोन को बिना स्विच ऑफ किए तुमनार नदी के पास लेकर गए और वहां पत्थरों से चकनाचूर कर पानी में फेंक दिया, जिसकी तलाश फिलहाल गोताखोरों द्वारा की जा रही है।

सुरेश को हैदराबाद से किया गया गिरफ्तार

दिनेश, महेंद्र और रितेश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर की तलाश में जुट गई। इस दौरान टीम को पता चला कि सुरेश बीजापुर से इनोवा वाहन से कहीं बाहर चला गया है। इसके बाद सुरेश की गिरफ्तारी के लिए चार अलग-अलग टीमें उसके पीछे भेजी गई। इन टीमों ने लगातार

48 घंटे तक सुरेश को ट्रैक किया और उसे 5 जनवरी की रात हैदराबाद से गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि मुकेश ने अपने चैनल में उसके खिलाफ खबर लगाई थी, जिसके चलते उसके खिलाफ जांच बैठ गई। इसी का बदला लेने के लिए उसने इस वारदात को अंजाम दिया।

पुलिस को मिले घटना से जुडे़ अहम साक्ष्य

बता दें कि एसआईटी टीम द्वारा सभी गिरफ्तार आरोपियों को अलग-अलग रखकर लगातार दो दिन, दो रात तक उनके मोबाइल खंगालकर और CDR के आधार पर इंट्रोगेशन किया गया। जिससे बहुत से महत्वपूर्ण तथ्य घटना से संबंधित साक्ष्य मिले हैं, जिन्हें विवेचना में लिया गया है और पृथक से जांच की जा रही है। विवेचना के दौरान एसआईटी टीम ने घटनास्थल का दो बार रिक्रियेशन आरोपियों से करवाया। एफएसएल टीम, जगदलपुर से भी पृथक से रूम नंबर 11 और अन्य संबंधित स्थानों का सूक्ष्म निरीक्षण करवाया गया, जिसमें कुछ महत्वपूर्ण भौतिक साक्ष्य पुलिस को मिले हैं। घटनास्थल अब भी सील रखा गया है, हर पहलू की बारीकी से विवेचना की जा रही है। एसआईटी टीम ने सभी पूछताछ, तलाशी, जब्ती कार्रवाई की वीडियोग्राफी करवायी है और उन्हें विधिवत साक्ष्य में लिया है।

पुलिस ने 50 से अधिक संबंधित लोगों से की पूछताछ

जांच के दौरान पुलिस ने 50 से अधिक संबंधित लोगों से पूछताछ की है, जिससे कुछ अति महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। उनका विधिवत संग्रहण केस डायरी में एसआईटी टीम द्वारा किया गया है। सभी आरोपियों के मोबाइल नंबरों में बहुत से डाटा डिलीट मिले हैं, जिनका लैब से परीक्षण कराया जा रहा है। घटनास्थल से जब्त साक्ष्य और आरोपियों द्वारा बरामद कराए गए आला जरब, कपड़े और अन्य साक्ष्यों का भी फोरेंसिक जांच कराने के लिए कार्रवाई की जा रही है। मामले में सभी चार आरोपियों को 15 दिन के लिए न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।

सुरेश चंद्राकर ने वारदात के पहले बैंक से निकाली थी बड़ी रकम

गौरतलब है सुरेश चंद्राकर और उससे जुड़े उसके संबंधियों की संपत्ति की विस्तृत जानकारी ली जा रही है। बैंकों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुरेश ने अपने बैंक खाते से 27 दिसंबर 2024 को, यानी मुकेश की हत्या के चार दिन पहले एक बड़ी रकम निकाली है, जिसके संदर्भ में एसआईटी द्वारा विस्तृत जांच की जा रही है।

मामले की जांच के लिए AI टूल्स और अन्य राज्यों की पुलिस ने की मदद

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र, तेलंगाना और उड़ीसा पुलिस की मदद ली गई थी। इसके अलावा, मामले की जांच में आधुनिक A.I. और OSINT टूल्स का उपयोग किया गया है। पुलिस ने आरोपियों से 4 फोर व्हीलर, मिक्सर मशीन और 100 से अधिक CDR जप्त किए हैं। एसआईटी टीम ने विधि अनुसार साक्ष्य संकलित कर हर पहलू की गहन जांच की है। राज्य और संभाग स्तरीय अधिकारियों द्वारा इस मामले की दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं।


आज 43 पदों पर होगी भर्ती

दुर्ग। जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग द्वारा जिले में नियोजक द्वारा उपलब्ध रिक्त पदों को भरने के लिए प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन आज यानि 10 जनवरी को सुबह 10.30 बजे से जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग में किया जाएगा। प्लेसमेंट कैम्प में रियायन्स निपॉन लाईफ इंसॉरेन्स नेहरू नगर भिलाई में 15 पद, आईसीआईसीआई लिमिटेड स्मृति नगर भिलाई में 24 पद एवं शिव शक्ति इंटरप्राइजेस सिकोला भाटा दुर्ग में 4 पदों पर भर्ती की जाएगी।

जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग के उप संचालक आर.के.कुर्रे के अनुसार इच्छुक आवेदक समस्त शैक्षणिक मूल प्रमाण एवं अंकसूची, पहचान पत्र (मतदाता परिचय पत्र, आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्रायविंग लाइसेंस, राशन कार्ड) रोजगार कार्यालय का पंजीयन पत्रक, छ.ग.निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र के साथ उपस्थित हो सकते हैं। पदों, योग्यता, आयु एवं अनुभव से संबंधित जानकारी आवेदक प्लेसमेंट कैम्प स्थल पर प्राप्त कर सकते हैं।

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