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केलो नदी से 20 घन्टें बाद मिला 70 वर्षीय बुजुर्ग चौकीदार का शव, यह हादसा दुर्गा विसर्जन के दौरान पानी मे बह गया था

रायगढ़।शहर के मरीन ड्राइव केलो घाट पर देवी विसर्जन के बाद एक बुजुर्ग गुरुवार को बह गया था, जिसका शव शुक्रवार को करीब 20 घंटे बाद छठ घाट से बरामद किया गया है। घटना जूटमिल चौकी क्षेत्र की है। कयाघाट का रहने वाला बुजुर्ग बुधराम बसंत (70 वर्ष) 6 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे दुर्गा विसर्जन करने वालों के साथ ही केलो नदी गया था। विसर्जन के बाद मोहल्ले वाले जल्दी निकल गए, लेकिन बुधराम नहाने के लिए वहीं रुक गया। केलो नदी में नहाने के दौरान उसका पैर फिसल गया और डूबकर उसकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शी रवि गुप्ता ने बताया कि जब नदी में बुजुर्ग डूब रहा था, तो उसने उसे बचाने की कोशिश भी की। लेकिन तेज बहाव के कारण बुधराम वहां से दूर चला गया। इसके बाद उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गोताखोरों को केलो नदी में उतारा, लेकिन वृद्ध का पता नहीं चल सका। अंधेरा हो जाने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया।

शुक्रवार की सुबह फिर से गोताखोरों की टीम रेस्क्यू के लिए पहुंची और वृद्ध की तलाश शुरू हुई। आज दोपहर में छठ घाट पर बुजुर्ग बुधराम बसंत का शव झाड़ियों के बीच फंसा हुआ मिला, जिसे बाहर निकालकर उसका पोस्टमॉर्टम कराया गया। जूटमिल चौकी प्रभारी कमल पटेल ने कहा कि फिलहाल शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने बताया कि बुधराम बसंत कयाघाट मुक्तिधाम में चौकीदार था। वहीं मृतक के बेटे साहेब राम बसंत ने बताया कि बुधराम किसी भी रैली में शामिल हो जाता था और उनके साथ चला जाता था। उसकी उम्र हो गई थी, लेकिन विसर्जन या पूजा में जाने का शौक भी उसे था।

केलो नदी में प्रतिमा विसर्जन पर लगी थी रोक एनजीटी के निर्देश पर इस साल केलो नदी में प्रतिमाओं के विसर्जन पर पूर्णतः रोक लगी थी, बावजूद इसके गुरुवार को कुछ समितियों ने इस आदेश को ठेंगा दिखाते हुए प्रतिमा विर्सजन किया। इस मामले में नगर निगम ने अभी तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

आपको यह भी बता दे की दुर्गा विसर्जन के दौरान निगम प्रशासन के तरफ ऐसा कोई पुख्ता इंतजाम नही किया गया था इन सब असुविधायों के कारण विसर्जन के समय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा लेकिन निगम हादसे के बाद भी मौन रही और अब अपना पल्ला झड़ते नजर आ रही है।

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