छत्तीसगढ़

तहसीलदार के समर्थन में लिपिक संघ ने मोर्चा सम्हाला

रायगढ़। पूर्व डीडीसी और तहसीलदार विवाद  ने अब तूल पकड़ लिया है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ लिपिक संघ ने इस घटना में सुरक्षा मांगते हुए उच्चस्तरीय जांच समिति गठित करने की पुरजोर वकालत करते हुए कलेक्टर को आवेदन सौंपा है। कलेक्टर डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी को प्रेषित पाती में लिपिक संघ के सारंगढ़ अध्यक्ष राजेश गुप्ता और आरआर अजगल्ले ने कहा है कि बरमकेला तहसील कार्यालय के अंदर लिपिक संजय सिदार के साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए मारपीट की गई। इसकी सूचना तहसीलदार सिद्धार्थ अनंत को देने पर संज्ञान में लेते हुए जांच कार्रवाई कर लिए सम्बंधित से सम्पर्क साधने पर उसके द्वारा भी अपने साथियों के साथ लिपिक तथा तहसीलदार से हिंसक झड़प की गई।

इस घटना से तहसीलदार और लिपिक डर के मारे थाने की शरण में हैं। ऐसे में लिपिक संघ ने कलेक्टर से निवेदन किया है कि वे संबंधित अधिकारी-कर्मचारी को सुरक्षा दिलाते हुए तत्काल थाने से बाहर निकालें। साथ ही इस निंदनीय घटना की उच्चस्तरीय जांच कराते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई भी करें। अगर ऐसा नहीं होता है तो लिपिक संघ आंदोलन के लिए मजबूर होगा। कलेक्टर को प्रेषित आवेदन में लिपिक संघ के रामसिंह निषाद, हरिकिशन डनसेना, रविन्द्र पटेल, अशोक जाटवर, विवेक सिदार, हेमराज सिदार, रामदाऊ कंवर, मोहनलाल यादव, नागेश्वर सिदार, नान्हीबाबू कांस्यकार, छविलाल चौहान, संतोष देवांगन, वीआर टांडे, श्रीमती ममता नंदे, गायत्री पटेल और पूर्णिमा देवांगन सहित 57 लोगों के हस्ताक्षर हैं।

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