माना हत्याकांड का फरार मुख्य आरोपी रवि साहू और अन्य की तलाश में पुलिस टीम ओडिशा एवं अन्य ठिकानों के लिए हुई रवाना…
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने 20 हजार रुपये इनाम देंने की भी घोषणा की है...
ओडिशा, आंध्रा, तेलंगाना, मुंबई, गोवा सहित अन्य राज्यों में खोजबीन जारी…
माना हत्याकांड में 9वां आरोपी भी पकड़ाया…
रायपुर। माना हत्याकांड के फरार मुख्य आरोपित रवि साहू और अन्य की तलाश में पुलिस टीम ओडिशा के अलावा अन्य ठिकानों के लिए रवाना हो चुकी है। दूसरी ओर शनिवार को कालीबाड़ी चौक निवासी आरोपित विक्रम बघेल (22) को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में अब तक नौ आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। माना थाना क्षेत्र में शराब खरीदी विवाद में लल्ला उर्फ विजेंद्र मारकंडे की हत्या के फरार आरोपित हत्याकांड के साजिशकर्ता रवि साहू, उसके साथी नोहर पर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने 20 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है।
रवि साहू कालीबाड़ी का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ पूर्व में मारपीट, हत्या की कोशिश, गांजा तस्करी, अवैध शराब की बिक्री करने के कई मामले दर्ज हैं। वह गुर्गों के माध्यम से गांजा बेचने और सट्टा खिलाने का काम करता था। माना पुलिस के मुताबिक रवि साहू का माना बस्ती के पास आरएस ढाबा है। ढाबे में अवैध रूप से शराब भी बेची जाती थी। रविवार की रात को विजेंद्र मारकंडे, संजय बंजारे और अन्य लड़के ढाबे में शराब लेने गए थे। शराब के रेट को लेकर ढाबे के कर्मचारी और युवकों के बीच झगड़ा हो गया था। विजेंद्र, संजय और अन्य ने कर्मचारियों से मारपीट की। इसकी जानकारी रवि साहू को हुई। देर रात को कुछ लोगों ने समझौता कराने का प्रयास किया। इसके बाद भी रवि अपने साथियों नोहर और अन्य के साथ दो कारों से माना बस्ती पहुंचा। रात में कोई नहीं मिला। अगले दिन सुबह आरोपित फिर पहुंचे।
उस दौरान विजेंद्र मिल गया। उसे घर से बुलाकर जबरदस्ती कार में बैठाकर कुछ दूर ले गए और कार में ही चाकू गोदकर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को मोहल्ले फेंककर फरार हो गए। इस जघन्य हत्याकांड से नाराज बस्ती के लोगों ने सड़क जाम कर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पिछले दिनों पुलिस अधिकारियों और थानेदारों की बैठक लेकर हिस्ट्रीशीटर रवि साहू के अवैध कारोबार के संबंध में सवाल-जवाब किया था। गृहमंत्री साहू ने उस पर सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा था। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने उस पर जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। इस बैठक के करीब एक सप्ताह बाद रवि व उसके साथियों ने खुलेआम हत्या की घटना को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दी।