दागी धान मंडी लोइंग किसानों से दगाबाजी करने से नही चूक रहा साहब…

रायगढ़।जिले के लोइंग धान मंडी में फिर से देखने को मिल रही भारी अनियमितता जिला प्रशासन एवं उक्त विभाग के द्वारा कुछ दागी धान समितिओं के संचालकों को इधर से उधर किया गया था जिसमे लोइंग धान समिति का नाम भी शामिल है ,लेकिन इसका कुछ ज्यादा असर देखने को नही मिला यह समिति हमेशा से शिकायत और विवाद के बीच रहा है इस बार तो बेबाक बन समिति प्रबंधक,फड़ प्रभारी,एवं प्रशासन के द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी के सामने बिना किसी धान तौलाई के भरी जा रही धान की बोरिया,पूछने पर दिया गया इनके द्वारा उल जुल जवाब
आपको बता दें खाद्य विभाग की देखरेख में की जा रही है लोइंग धान खरीदी केंद्र में खरीदारी :- प्रभारी समिति प्रबंधक ने मीडिया को बताया कि प्रशासन ने उसे भातपुर समिति के अलावा लोइंग समिति का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है ताकि किसानों को कोई भी समस्या न हो एवं खाद्य विभाग के अधिकारियों की भी देखरेख में इस वर्ष धान खरीदी की जा रही है।
इस बात के सामने आने पर हमालों की कमी का बहाना और किसानों की जेब काटना इन धान समितियों की नियति बन चुकी है साहब…
दिनाँक 15 जनवरी 2024 को लोइंग धान खरीदी केंद्र में धान विक्रय करने पहुंचे कुछ किसान स्वयं मजदूरों की व्यवस्था कर धान तुलाई करवाते दिखे तो कुछ किसानों का यह कहना था कि उन्हे धान की बोरियों में भर्ती और तुलाई के लिए प्रति बोरी आठ से दस रुपये देने को बाध्य किया जा रहा है अन्यथा वे अपना धान विक्रय नही कर पायेंगे। ग्राम सकरबोगा निवासी ईश्वरी लाल साहू ने मीडिया के समक्ष यह कहते हुए किसानों की पीड़ा उजागर की अब आगे यह देखना है की इन शिकायतों को देखते हुए क्या? जिला प्रशासन किसानों के हित में कोई अहम कदम उठाती है या सिर्फ खानापूर्ति कार्यवाही कर अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करती है।
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