बरमेकला क्षेत्र में बाघ की आने की धमक या फिर अफवाह,जंगल से लगे गांवों में बरती जा रही है सतर्कता

बरमकेला। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ के गोमर्डा अभ्यारण्य क्षेत्र में तेंदए जैसे हिंसक जानवर दिखने की पुष्टि हुई थी।उसके बाद से वन विभाग और जंगल से लगे गांवों में सतर्कता बरती जाने लगी।अब वन परिक्षेत्र बरमकेला के पैकिन बीट क्षेत्र में हिंसक जानवर तेंदए जैसे बड़े जानवर का पदचिन्ह मिले हैं। ऐसे में आसपास के गांवों को अलर्ट कर दिया गया है और वन अधिकारियों ने ग्रामीणों को बेवजह जंगल की तरफ जाने पर मनाही कर दी गई है। इस बीच बरमकेला ब्लॉक अंतर्गत धौरादरहा गांव में तीन-चार बकरियों की शिकार करने का मामला आया है।
पशु चिकित्सक के मुताबिक मृत बकरियों में जिस तरह के चोट के निशान पाए गए हैं, वे बाघ या तेंदुए का नहीं, बल्कि उन पर झुंड में हमला करने की संभावनाए नजर आ रही है। झुंड में भेड़िया शिकार करते हैं।

दूसरी ओर तेंदुए का पदचिन्ह मिलने के बाद पिछले दो दिनों से जंगल से गुजरी सड़क पर दहाड़ते हुए चहलकदमी करते बाघ का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। लोग इस वीडियो को सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला अंतर्गत ग्राम धौरादरहा का बताकर प्रचारित कर रहे हैं। जबकि वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह वीडियो यहां का है ही नहीं। जिस वायरल वीडियो को धौरादरहा गांव की होने की प्रचारित
किया जा रहा है, उस वीडियो में उस रोड की कोई
पहचान नहीं है।
वहीं अन्य एक वीडियो इसी गांव का बताकर सोशल मीडिया में जमकर वायरल किया जा रहा है।इस वीडियो में देखा जा सकता है कि बाघ एक चार से पांच फीट ऊंची बाउंड्रीवाल की दीवार पर चहलकदमी करते हुए नजर आ रहा है। इस वीडियो को भी वन विभाग की ओर से अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। माना जा रहा कि पदचिन्ह मिलने की खबर के बाद यह फर्जी वीडियो डराने के लिए किसी शरारती तत्व ने वायरल किया है। सच्चाई यह है कि यह वीडियो इस वन क्षेत्र का है ही नहीं। वन विभाग के अधिकारियों ने इस वीडियो को वायरल कर दहशत नहीं फैलाने की अपील की है।
हालांकि इस क्षेत्र के कई गांवों में जो पदचिन्ह मिले हैं, वे बाघ के ही है। इसलिए सतर्कता बरतने की अपील की गई है और गांवों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराते हुए वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी पूरे क्षेत्र में नजर रख रहे हैं।