बिलासपुर।सोमवार को सैकड़ों की संख्या में एकजुट होकर अधिवक्ता संगठन ने पुलिस कप्तान कार्यालय का घेराव किया। कार्यालय के अन्दर से लेकर बाहर तक अधिवक्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस प्रशासन पर अधिवक्ता से घर घुसकर बलात मारपीट का आरोप लगाया। अधिवक्ताों ने कहा कि हमारे साथी के साथ पहले तो मारपीट हुई…उसकी पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार और गाली गलौच किया गया,अब हमारे ही खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है। इस दौरान अधिवक्ताओं का गुस्सा देखते हुए पुलिस कप्तान संतोष कुमार बाहर आकर अधिवक्ताओं के साथ ना केवल बातचीत किया। बल्कि मामले में जांच कर उचित कार्रवाई का आदेश भी दिया है।
पूरी खबर कुछ इस तरह से है…
जानकारी के अनुसार सोमवार की दोपहर अधिवक्ताओं की बड़ी भीड़ ने पुलिस कप्तान कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान कार्यालय के अन्दर घुसकर अधिवक्ताों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर गुस्सा उतारा। पीड़ित अधिवक्ता अनुराग पाण्डेय ने बताया कि रविवार के दोपहर सरकन्डा कन्हैया विहार स्थित अपने घर में खाना खा रहा था। इसी दौरान डायल 112 की टीम पहुंची। दस्तक देने पर उसकी पत्नी निकली। पुलिस वालों ने उसके बारे में पूछा। और बताया कि आपके घर से डायल 112 को बताया कि अनुराग पाण्डेय अपनी पत्नी से मारपीट कर रहा है। उसकी पत्नी ने ऐसा कुछ नहीं होना बताया।
इसी बीच मै भी पहुंच गया। और पत्नी ने डायल 112 को बताया कि उनके गर से किसी ने फोन नहीं किया है। इसके पहले हम कुछ बोलते डायल 112 का ड्रायवर और उसके साथी ने उसके साथ मारपीट और गाली गलौच शुरू कर दिया। और बाल पकड़ कर घसीटते हुए एम्बुलेन्स में बैठाया। पत्नी ने जब विरोध किया तो उसके साथ भी मारपीट किया गया।
अनुराग पाम्डेय ने जानकारी दिया कि शनिवार दोपहर तीन बजे से रात्रि 1 बजे तक थाना में बैठाकर रखा गया। थाने में उसकी पत्नी के खिलाफ गाली गलौच किया गया। विरोध करने पर उसके खिलाफ अश्लील बातें कहीं गयी। बावजूद इसके उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 186, 294,323,332.353,506 के तहत गंभीर अपराध दर्ज किया गया।
अनुराग पाण्डेय ने बताया कि पुलिस ने उसकी शिकायत को दर्ज नहीं किया है। आज हम पुलिस कप्तान से अपनी नाराजगी और झूठे मामले में अपराध दर्ज किए जाने का विरोध करने आए हैंं। हमें न्याय चाहिए।
मामले में पुलिस कप्तान संतोष कुमार ने कहा कि एक दिन पहले वर्दीधारी के साथ मारपीट का मामला सामने आया है।
पुलिस ने आरक्षक की शिकायत पर अलग अलग धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है। आज वकील लोग अपनी बात को रखने आए थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया गया है। दो दिन के अन्दर रिपोर्ट मिलने पर उचित कदम उठाया जाएगा।